राजस्थान

फार्म हाउस पर हुए हंगामे के बाद CBI टीम ने मंडोर रोड पर BSf के कार्यालय के पास रोकी अपनी गाड़ियां, मांगा जाब्ता

Gulabi Jagat
18 Jun 2022 4:50 AM GMT
फार्म हाउस पर हुए हंगामे के बाद CBI टीम ने मंडोर रोड पर BSf  के कार्यालय के पास रोकी अपनी गाड़ियां, मांगा जाब्ता
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस पर सर्च करने आई सीबीआई की टीम को रात को पुलिस सरंक्षण में बाहर निकलना पड़ा
जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस पर सर्च करने आई सीबीआई की टीम (CBI In Jodhpur) को रात को पुलिस सरंक्षण में बाहर निकलना पड़ा. फार्म हाउस के गेट पर ही आधा घंटे तक युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता धरना दिए बैठे रहे. इस दौरान वो सीबीआई और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे. एसीपी राजेंद्र दिवाकर और थानाधिकारी मनीष देव ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धक्के देकर हटाया (CBI Seek Rajasthan Police Protection) तब कहीं जाकर सीबीआई की टीम वहां से बाहर निकल पाई.
सीबीआई को फार्म हाउस से निकलकर गहलोत परिवार के महामंदिर स्थित पैतृक निवास जाना था. साथ में अग्रसेन गहलोत के पुत्र और पुत्री भी थे लेकिन फार्म हाउस पर हुए हंगामे के बाद सीबीआई टीम ने मंडोर रोड पर बीएसएफ कार्यालय के पास स्थित केंद्रीय विद्यालय के बाहर अपनी गाड़ियां रोक दीं और पुलिस से संपर्क साधा. पुलिस को कहा गया कि आगे भी कोई हंगामा हो सकता है ऐसे में सुरक्षा के लिए जाब्ते की व्यवस्था की जाए. जिसके बाद दो थानों की गाड़ियां एस्कॉर्ट करते हुए सीबीआई को महामंदिर तक लेकर आईं. इसमें एक घंटे का समय लग गया. गहलोत परिवार के पैतृक मकान के आसपास भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया.लोगों की आवाजाही रोकी गई. आधी रात के बाद सीबीआई मकान से बाहर (CBI Raid On CM brother House) निकली. इसके बाद गहलोत परिवार के सदस्यों को उनके घर भेज दिया गया.
सीबीआई पर रोक फिर भी रेड!: राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बिना सहमति सीबीआई रेड की अनुमति पर बैन लगा रखा है. लेकिन इस बार सीबीआई ने दिल्ली शाखा में मामला दर्ज किया और इसे राजस्थान का नहीं बता कर तीन राज्य से जोड़ते हुए यहां आ धमकी. वैसे सीबीआई के औचक रेड की अनुमति पश्चिम बंगाल में भी नहीं है. वहां सीबीआई कार्रवाई के खिलाफ बंगाल सरकार ने नियम बनाया और रेड पर पाबंदी लगा दी.
इसलिए गहलोत निशाने पर: अग्रसेन गहलोत इंडियन पोटाश लिमिटेड के जोधपुर संभाग के सीएंडएफ थे. उस समय वो पूरे संभाग के डीलरों को खाद देते थे. उन डीलरों में से ही एक ने करीब 18 टन खाद को आगे बेच दिया था, जबकि वह किसानों को देनी थी. इसके चलते अग्रसेन गहलोत और उनकी एजेंसी निशाने पर है. 2017 में डीआरआई ने मामले में कुछ लोगों के विरुद्ध कार्रवाी की थी जिसके बाद अग्रसेन गहलोत ने कोर्ट से स्टे ले लिया था. उसके बाद 2020 में ईडी की एंट्री हुई थी. उसमे भी हाईकोर्ट से स्टे ले लिया गया था, लेकिन अब सीबीआई ने नया मामला दर्ज कर एंट्री की है.
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