राजस्थान
राजस्थान में REET पेपर लीक के बाद अब परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी का मामला आया सामने, लगाया लाखों का चूना
Renuka Sahu
11 Feb 2022 3:03 AM GMT
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फाइल फोटो
रीट पेपर लीक मामले में हर दिन हो रहे नए खुलासों के बीच अब ठगी के मामले भी सामने भी रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रीट पेपर लीक मामले में हर दिन हो रहे नए खुलासों के बीच अब ठगी के मामले भी सामने भी रहे हैं। अब तक पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बिठाने के खुलासे होते रहे हैं, लेकिन अब पैसे लेकर परीक्षा पास करवाने के नाम पर ठगी के प्रकरण भी पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। 7.85 लाख की ठगी का एक ऐसा ही मामला राजस्थान के जालोर जिले में दर्ज किया गया है। आरोप है कि रीट परीक्षा पास करवाने का लालच देकर एक सरकारी शिक्षक और उसके भाई ने अभ्यर्थी के पिता से 7 लाख 85 हजार रुपए ठग लिए। पीड़ित द्वारा पैसे वापिस मांगे जाने पर आरोपी उसे धमकाने लगे, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
परीक्षा में पास करवाने के लिए मांगे थे 16 लाख
पुलिस में दर्ज शिकायत में अरणाय निवासी प्रभुराम पुत्र खींयाराम सुथार ने बताया कि बासड़ा धनजी निवासी एक अध्यापक और उसके भाई ने उसके पुत्र दिनेश को रीट की परीक्षा में पास करवाने के लिए 16 लाख रुपए की मांग की। आरोपियों ने पीड़ित को लालच दिया कि उसके बेटे की जगह वे डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास करवा देंगे। जिसके बाद खियाराम उनके झांसे में आ गया।
16 लाख में डील, अडवांस लिए 7.85 लाख
परिवादी खीयाराम ने बताया कि परीक्षा में पास करवाने की डील 16 लाख में हुई थी। उसके मुताबिक आरोपी शिक्षक उसका पुराना परिचित है। उसने पुलिस को बताया कि 16 लाख में डील होने के बाद आरोपियों ने उसे 8 लाख रुपए लेकर जयपुर बुलाया। जयपुर पहुंचने के बाद उसने आरोपियों को 5 लाख रूपए दे दिए। इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित खियाराम को उसके बेटे का फर्जी प्रवेश पत्र वॉट्सऐप पर भेजकर उसे कोटा आने को कहा और पहले उससे 35 हजार और परीक्षा के दिन उससे 2.50 लाख रूपए ओर ले लिए। इस प्रकार आरोपियों ने उससे कुल 7.85 लाख रूपए ले लिए।
अजमेर के परीक्षा केंन्द्र को कोटा में बताया
खियाराम के मुताबिक आरोपियों ने उसे बताया कि उसके बेटे का सेंटर कोटा में है, जिसके बाद वह परीक्षा के दिन कोटा गया और वहां पर आरोपियों को 2.50 लाख रुपए दिए। खियाराम के मुताबिक आरोपी ने उसे बताया कि वे परीक्षा देने जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं हुआ। पैसा लेने के बाद उनका फोन बंद था, जिसके बाद उसे शक हुआ। परिवादी ने पुलिस को बताया कि बाद में पता करने पर उसे पता चला कि उसके बेटे का परीक्षा केंन्द्र अजमेर में था, ना कि कोटा में।
अब मिल रही धमकियां
परिवादी ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए 7.85 लाख रुपए भी वसूल लिए और परीक्षा भी नहीं दी औरर अब उसके पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। परिवादी का आरोप है कि पैसे मांगने पर आरोपी उसे धमका रहे हैं। मामले की जांच कर रही करड़ा पुलिस के जांच अधिकारी सांवलाराम राणा ने बताया कि परिवादी की शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए वह दो बार विद्यालय गए, लेकिन दोनों ही बार शिक्षक वहां नहीं मिला। राणा ने कहा कि मामले में मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
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