राजस्थान

गैंगरेप के बाद दरिंदो ने शव के अधजले टुकड़े तालाब में फेंके, 4 महिलाएं भी गिरफ्तार

Admin4
4 Aug 2023 10:16 AM GMT
गैंगरेप के बाद दरिंदो ने शव के अधजले टुकड़े तालाब में फेंके, 4 महिलाएं भी गिरफ्तार
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भीलवाड़ा। भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे जलाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने नाबालिग को कोयले की भट्टी में आग के हवाले कर दिया और जब शरीर का कुछ हिस्सा जलने से बच गया तो करतूत को छुपाने के लिए उसे करीब एक किलोमीटर दूर तालाब में फेंक दिया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि दो दिन के तलाशी अभियान के बाद शुक्रवार सुबह नाबालिग के शरीर के अंग तालाब में मिले. एफएसएल टीम ने शव के टुकड़ों को मोर्चरी में रखवा दिया है. वहीं, पुलिस ने इस मामले में गुरुवार देर रात तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आरोपियों के परिवार की चार महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया है.
दरअसल, जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में बुधवार को 14 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई. शाम तक जब बेटी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर खोजबीन शुरू की. इसी बीच रात 10 बजे गांव से एक किलोमीटर दूर पीड़िता के पिता के खेत में कोयले की भट्टी जल रही थी. संदेह होने पर वहां पहुंचने पर नाबालिग का जूता मिला। इस पर जब भट्ठे पर मौजूद आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसे जला दिया गया है. आरोपी की निशानदेही पर गुरुवार सुबह भट्ठी की तलाशी ली गई, जिसमें चांदी का कड़ा और कुछ हड्डियां मिलीं, लेकिन सवाल यह था कि नाबालिग का शव कहां है? पुलिस ने पहले दिन 4 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि उन्होंने बच्ची के शरीर का अधजला हिस्सा एक किलोमीटर दूर तालाब में फेंक दिया था.
पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों की मां, पत्नी और बहनों को हिरासत में लिया है. वहीं, मुख्य आरोपी कान्हा (21) पुत्र रंगलाल और उसका भाई कालू (25) पुत्र रंगलाल, संजय (20) पुत्र प्रभु निवासी शाहपुरा पलसा और पप्पू (35) पुत्र अमरनाथ उर्फ अमरा निवासी अरवाड फुलिया कला को गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि नाबालिग के साथ कान्हा और उसके भाई कालू ने दुष्कर्म किया था। गैंगरेप के बाद बेटी को पिता के खेत में जलाया: मासूम की हड्डियां चुनने में लगे 6 घंटे; जिन्हें किराये पर भट्ठियां दी गईं, वे ही हत्यारे निकले। 14 साल की बेटी. जब भी वह घर से बाहर जाती थीं तो उनके माता-पिता साए की तरह उनके साथ होते थे। अगर वह जरा भी नजरों से ओझल हो जाती तो मांबाप की बेचैनी बढ़ जाती. लेकिन बुधवार की रात माता-पिता को वो दर्द सहना पड़ा जिसकी उन्होंने बुरे सपने में भी कल्पना नहीं की थी.
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