राजस्थान

जेईई रिजल्ट के बाद जानें किस रैंक पर किस आईआईटी में

Admin Delhi 1
19 Jun 2023 9:29 AM GMT
जेईई रिजल्ट के बाद जानें किस रैंक पर किस आईआईटी में
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कोटा न्यूज़: देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई-एडवांस्ड का परीक्षा परिणाम जारी होने के साथ ही विद्यार्थियों में अपनी रैंक के आधार पर किस आईआईटी में कौनसी ब्रांच मिल सकेगी इसकी उत्सुकता बढ़ गई है। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आईआईटी गुवाहाटी द्वारा जारी परीक्षा परिणामों के विश्लेषण में सामने आया है कि जेईई मेन के आधार पर शीर्ष 2.50 लाख विद्यार्थियों को एडवांस्ड परीक्षा के लिए योग्य घोषित किया गया, उनमें से इस वर्ष कुल 1 लाख 89 हजार 744 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया। इसमें 1 लाख 80 हजार 372 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। कुल 43 हजार 773 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए पात्र घोषित किया गया। कुल 43773 क्वालीफाई विद्यार्थियों में 14006 विद्यार्थी सामान्य श्रेणी, 9212 विद्यार्थी ओबीसी श्रेणी, 5438 विद्यार्थी ईडब्ल्यूएस श्रेणी के, 11021 विद्यार्थी एससी श्रेणी के, 4096 विद्यार्थी एसटी कैटेगरी शामिल हैं। इनमें 36264 छात्र तथा 7509 छात्राएं काउंसलिंग के पात्र घोषित की गई। अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-एडवांस के रिजल्ट के बाद अब विद्यार्थियों और अभिभावकों में सबसे बड़ी उत्सुकता कॉलेज और ब्रांच के चयन की है। हर विद्यार्थी अच्छी आईआईटी के साथ मनपसंद ब्रांच चाहता है। ऐसे विद्यार्थी जिनकी ऑल इंडिया रैंक अंडर 100 है, उन्हें टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कम्प्यूटर साइंस मिलने की संभावना है। विद्यार्थियों की फर्स्ट च्वाइस देखें तो आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच रहती है, जो कि टॉप-61 पर क्लॉज हो जाती है। इसके बाद दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को स्टूडेंट देते हैं।

तीसरी प्राथमिकता में कानपुर और मद्रास की कंप्यूटर साइंस ब्रांच को दी जाती है। 100 से 500 रैंक के बीच दिल्ली, कानपुर की एमएनसी, उपरोक्त चारों आईआईटी की इलेक्ट्रीकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है। 500 से 1000 के मध्य बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी की सीएस, मुम्बई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है। 1000 से 4000 के मध्य रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गांधी नगर, इंदौर, रूपड़, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कम्प्यूटर साइंस एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें मैकेनिकल, कैमिकल, सिविल, एयरोस्पेस, प्रोडक्शन आदि मिलने की संभावना रहती है। 4000 से 8000 के बीच रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, कैमिकल, मेटलर्जी एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांचेंज, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू में सीएस मिलने की संभावना बन सकती है। 8000 से 12000 के बीच रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को रोपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर, जोधपुर, भुवनेश्वर, पटना, धनबाद में कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांचों के साथ-साथ पुराने सात आईआईटी में बॉयलोजिकल साइंस, नेवल आर्किटेक्चर, माइनिंग इंजीनियरिंग, पॉलीमर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है। 12 से 17 हजार के मध्य रैंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को नई आईआईटी जैसे पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू की अन्य ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है।

उपरोक्त रैंक पर आईआईटी की ब्रांच मिलने की संभावनाएं कैटेगरी अनुसार बदलती है। साथ ही छात्राओं को दिए गए 20 प्रतिशत फीमेल पूल कोटे से उपरोक्त आईआईटी में ब्रांच मिलने की संभावनाएं काफी पीछे की रैंक तक बन जाती है। आहूजा ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जिनकी जेईई-एडवांस्ड आल इंडिया रैंक काफी पीछे है, उन्हें जेईई-एडवांस्ड के आधार पर आईआईपीई विशाखापट्टनम, राजीव गांधी पेट्रोलियम, आईआईएसईआर, आईआईएसटी में आवेदन के विकल्प उपलब्ध हैं। इन सभी संस्थानों की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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