उदयपुर, राजस्थान में उदयपुर शहर में उस समय एक नया अध्याय लिखा गया जब आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ति मुनि सुरेश कुमार का अपनी मां साध्वी परमप्रभा का दस वर्ष आध्यात्मिक मिलन हुआ। मुनि सुरेश कुमार के सहवर्ती मुनि संबोध कुमार एवं साध्वी परम प्रभा पुत्र और माँ है। दोनो ने 25 वर्ष पूर्व आचार्य महाप्रज्ञ के कर कमलों से सरदारशहर के ताल मैदान में दीक्षा ग्रहण की थी। सन 2023 नवम्बर में दोनो की दीक्षा रजत जयंती उत्सव होगा।
साध्वी परम प्रभा 14 दिनो में 170 किलोमीटर विहार कर मंगलवार को उदयपुर में भुवाणा स्थित देवेंद्र धाम पहुँचे तो दस वर्षों बाद माँ -बेटे के मिलन का साक्षी बनने श्रावक समाज उमड़ पड़ा।
इस अवसर पर मुनि संबोध कुमार ने कहा कि गुरु की जिसके अनंत कृपा हो उसीके हिस्से में एसे पुण्यशाली अवसर आते है। मुनि संबोध कुमार ने कहा 10 साल से माँ से मिलना एक अजीब एहसास है मेरा सौभाग्य है कि मुझे तपस्वीनी माँ मिली। माँ का अनहद उपकार है उन्हें किसी भी क़ीमत पर चुकाया नहि जा सकता।
इस मौके तेरापंथ सभा अध्यक्ष अर्जुन खोखावत तेयूप अध्यक्ष अक्षय बड़ाला टी पी एफ अध्यक्ष हिमांशु राय नागौरी इन्दुबाला पोरवाल ने साध्वी के स्वागत व मिलन की प्रसनता व्यक्त की।