अलवर: बहरोड़ गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों एवं शहरी क्षेत्र में सहित आसपास के इलाकों में दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट बदली। यहां आसमान में काली घटाएं छाने व तेज गर्जना के साथ झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। डेढ़ घंटे लगातार हुई बारिश से 85 एमएम पानी बरसा। बहरोड़ के प्रमुख सड़क मार्ग पर कालोनियां जलमग्न हो गई। प्रमुख सड़कों पर पानी दरिया के रूप में बहने लगा। वहीं निचले इलाकों के मकानों और दुकानों में पानी भरने से लोगों का सामान भीग गया। पुलिस थाना और कचहरी के मुख्य गेट पर पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया।
नेशनल हाइवे-48, कस्बे के नया बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, मुख्य चौराहा, जागुवास रोड, पोस्ट ऑफिस, पुरानी सब्जी मंडी, अलवर रोड़, अनाज मंडी, तसिंग मोड़, हमिंदपुर मोड़, जिला अस्पताल के सरकारी आवास के सामने, पताशा मार्केट, अग्रवाल कालोनी, भृर्तहरि रोड़, मानपूरा मोहल्ला, इंडस्ट्रीज एरिया सहित जगह-जगह पानी भर गया। पानी की निकासी नहीं होने से उद्योगों में पानी भर गया। बारिश के बाद एकाएक वाहनों का दबाव बनने से विभिन्न जगहों पर वाहनों के जाम से चालकों को परेशानी उठानी पड़ी। सड़कों से वाहन रैंगते हुए निकलते रहे। हरियाणा बॉर्डर से लगते गांव भगवाड़ी कलां, जखराना, खोहर-बसई, गंडाला, माजरी कलां, नांगल खोड़िया, मांचल, बर्डोद सहित विभिन्न क्षेत्रों में बारिश हुई।
इधर, मौसम विभाग ने शुक्रवार को जिले में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई है। सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार गुरुवार सुबह 8 से शाम 4 बजे तक बानसूर में 21, बहादुरपुर में 4, टपूकड़ा, सोड़ावास व तिजारा में 2-2 मिलीमीटर बारिश हुई। सुबह 8 बजे तक सिलीसेढ़ बांध में 23.10, मंगलसर में 5.3, बघेरीखुर्द में 3.11, जैतपुर में 2.9 व समरसरोवर बांध में 2.3 फीट पानी था। निंभोर. गांव शिवदानसिंह पुरा में स्थित निर्झर धाम में पहाड़ों से बहा झरना। लोगों ने नहाकर लुत्फ उठाया।