उदयपुर: उदयपुर बिजली चोरी को लेकर चलाए जा रहे अभियान को लेकर दो दिन में अजमेर विद्युत वितरण निगम ने डिस्कॉम के सभी 11 जिलों में 414 जगह बिजली चोरी पकड़ी है। सबसे अहम बात यह है कि सबसे अधिक उदयपुर जिले में 83 विद्युत चोरी के मामले पकड़ते हुए उन पर 45 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। निगम के प्रबन्ध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने बताया कि जारी अभियान के तहत 12 व 13 जुलाई को निगम की सतर्कता विंग के इंजीनियरों ने 11 जिलों में 414 विद्युत चोरियां पकड़ी और बिजली चोरों पर 1.36 करोड रूपये का जुर्माना लगाया।
निर्वाण ने बताया कि डिस्कॉम की टीम में सबसे अधिक उदयपुर जिले के अभियंताओं ने 83 विद्युत चोरी के मामले पकडते हुए 44.98 लाख रुपए जुर्माना लगाया। इसके अतिरिक्त उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ में 37, राजसमंद-बांसवाड़ा में 15-15 विद्युत चोरी के केस बनाए गए। उदयपुर शहर के गुलाब बाग के निकट जल- दर्शन बाजार में स्थित होटल ब्लूऑरचिड के कनेक्शन की जांच में मीटर में एक फेस पर करंट नही पाया गया। उपभोक्ता द्वारा मीटर की मुख्य सर्विस लाइन में कट लगाकर एक काली केबल को सीधे होटल के अंदर लगे मैन स्वीच पैनल के लोड पर जोडकर अवैध रूप से विद्युत का उपभोग किया जा रहा था।
सांसों पर सफेद चादर
शहर के सज्जनगढ़ क्षेत्र के होटल जुस्ता में शुक्रवार को सुरक्षा उपकरणों बिना ही 4 निजी सफाईकर्मियों को 50 फीट गहरे सेप्टिक टैंक में उतार दिया गया। दम घुटने से 2 सफाई कर्मियों की मौत हो गई और 2 घायल हो गए। घायलों का एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों में किशनपोल खांजीपीर निवासी महेंद्र (27) पुत्र रमेश छापरवाल व इंदिरा नगर बीड़ा रेलवे स्टेशन के सामने निवासी विजय (35) पुत्र किशन कल्याणा, घायलों में कुआंतल (गंगापुर) निवासी विनोद नकवाल व यूपी निवासी रामकरण शामिल हैं। गुस्साए परिजन व वाल्मीकि समाज के लोग मोर्चरी के बाहर जमा हो गए और होटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की। परिजन व समाज के लोगों ने कहा कि होटल प्रबंधन ने चारों युवकों को सफाई के लिए बुलाया और बिना साधन-संसाधन के ही सेप्टिक टैंक में उतरवा दिया। अंबामाता थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। जबकि नगर निगम प्रशासन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि यह घटना निजी है।