राजस्थान

स्वतन्त्र तथा निष्पक्ष चुनाव के लिए निर्वाचन विभाग प्रतिबद्व विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 82 लाख नए मतदाता

Tara Tandi
15 Jun 2023 1:19 PM GMT
स्वतन्त्र तथा निष्पक्ष चुनाव के लिए निर्वाचन विभाग प्रतिबद्व विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 82 लाख नए मतदाता
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने कहा कि निर्वाचन विभाग ने आगामी राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है। विभाग स्वतन्त्र तथा निष्पक्ष, सुगम तथा समावेशी चुनाव प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्व है। श्री गुप्ता गुरुवार को होटल ललित में आगामी राज्य विधानसभा चुनाव कीे तैयारियों के संबंध में कलक्टर्स-एसपी समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
कॅान्फ्रेन्स में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री धर्मेन्द्र शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण पर अपने विचार रखें। उन्होंने कानून व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केन्द्र, मतदान केन्द्रों पर सुविधाएं, मतदान प्रतिशत सहित प्रमुख बिंदुओं पर जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिशा-निर्देश और सुझाव दिए। श्री शर्मा ने निर्वाचन विभाग, राजस्थान की तैयारियों की प्रशंसा भी की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री गुप्ता ने बताया कि विभाग द्वारा पात्र मतदाताओं को मतसूची में जोड़ने, युवा मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, मतदान प्रतिशत बढ़ाने, विशेष योग्यजन को सुविधाएं देने इत्यादि के संबंध में कई नवाचार किए गए है जिनके सकारात्मक परिणाम आए है।
उन्होंने बताया कि मतदान में अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए यूथ चला बूथ, मिशन-75 के साथ ही महिलाओं, विशेष योग्यजन तथा ट्रांसजेन्डर्स के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा 82 लाख नए मतदाता जोड़े गए है। 1 अक्टूबर से प्रस्तावित द्वितीय विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की तैयारियां भी पूरी कर ली गई है।
श्री गुप्ता ने बताया विभाग के पास पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें उपलब्ध है। इन मशीनों की एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेक) की जा चुकी है। वर्तमान में ईवीएम जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है जिसके माध्यम से युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से अवगत कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में 51187 मतदान केन्द्र है जहां पर सुगम मतदान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विभाग ने मतदान संबंधी समस्याओं के समाधान करने के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। साथ ही, मतदाताओं के लिए वोटर हेल्प लाईन -1950 भी संचालित है। उन्होंने बताया कि मतदान से जुडें अधिकारियों एवं कार्मिकों की क्षमता संवर्धन के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए गए है।
उन्होंने बताया कि कम मतदान वाले केन्द्रों पर मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत काम किया जा रहा है। वोटर हेल्प लाईन, केवाएसी, सक्षम, सी-विजिल एप्स के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही, इन एप्स की हैंड्स ऑन ट्रेनिंग भी दी जा रही है और इनका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री नितेश व्यास, उप निर्वाचन आयुक्त श्री अजय भादू, श्री मनोज कुमार साहू, वरिष्ठ प्रधान शासन सचिव श्री एन.एन बुटोलिया, निदेशक श्री पंकज श्रीवास्तव एवं संतोष अजमेरा, सचिव श्री अश्विनी कुमार मोहल, अवर सचिव श्री नवीन कुमार एवं निदेशक श्रीमती दिपाली मार्सिकर ने भी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं प्रकाश डाला।
बैठक में जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, पाली, सिरोही, बीकानेर, नागौर, राजसमंद, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, चुरू, उदयपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, जयपुर सहित अन्य जिलों के निर्वाचन अधिकारियों ने पीपीटी के माध्यम से आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। जिला निर्वाचन अधिकारियों ने कानून व्यवस्था, चुनाव व्यय पर्यवेक्षण की व्यवस्थाएं, मतदाता पंजीकरण, मतदान केन्दों में उपलब्ध सुविधाएं, ईवीमए तथा वीवीपैट मशीनों के भण्डारण एवं सुरक्षा इत्यादि बिंदुओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
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