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बांसवाड़ा। बांसवाड़ा जिले में शर्मसार करने का मामला सामने आया है। खीरी गांव में साढ़े 8 माह के बच्चे को सड़क किनारे झंडों में फेंक दिया गया। मासूम ठंड से कांपता रहा, रोता रहा, उसकी चीख सुनकर राहगीरों को पता चला। कोतवाली पुलिस उसे अस्पताल ले गई, लेकिन जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। घटना रात करीब साढ़े आठ बजे की बताई जा रही है। रात खीरी गांव के सरपंच को राहगीरों ने सूचना दी कि सड़क किनारे झाड़ियों में एक नवजात है। सरपंच पति राजेंद्र गमेती ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पेश जैन ने बताया कि बच्ची को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। नवजात का तापमान केवल 10 डिग्री था, जबकि यह 36.5 डिग्री से ऊपर होना चाहिए।
नवजात पूरी तरह से गबर में लिपटा हुआ था। कान और उंगली पर चाट के निशान थे। नवजात बच्ची बेहद ठंडी अवस्था में थी। इसका वजन 2 किलो 300 ग्राम था। यह देखकर 24 घंटे के अंदर उनका जन्म हो गया। डॉक्टर का कहना है कि बच्चों को इस तरह नहीं छेड़ना चाहिए। इसे सुरक्षित रूप से छोड़ देना चाहिए। क्रेच में छोड़े जाने पर किसी से पूछताछ नहीं की जाएगी। इससे नवजात को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस तरह नवजात को फेंक कर मार डाला।

Admin4
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