ट्रोमा सेंटर में देर शाम तक 65 घायल पहुंचे, पांच गंभीर हालत में भर्ती
जयपुर: राजधानी में शनिवार को मकर संक्रांति पर जमकर पतंगबाजी हुई, लेकिन मांझे से कटकर और पतंगबाजी के फेर में छत से गिरकर 200 से ज्यादा घायल शहर के एसएमएस सहित अन्य अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे। इनमें से ज्यादातर प्राथमिक उपचार के बाद घर लौट गए तो कुछ अस्पताल में भर्ती हैं।
एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा और ट्रोमा सेंटर के नोडल आॅफिसर डॉ. अनुराग धाकड़ से मिली जानकारी के अनुसार ट्रोमा सेंटर में शनिवार रात आठ बजे तक 65 लोग पतंगबाजी के फेर में घायल होकर पहुंचे, इनमें से दो लोगों को आॅर्थो में, एक को सिर में गंभीर चोट के कारण सेमी आईसीयू में और दो घायलों को पॉलीट्रोमा वार्ड भर्ती किया और अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया। पतंगबाजी के दौरान ज्यादातर लोग छतों से गिरने, राह चलते गर्दन, नाक, चेहरा पर मांझे से कटने कारण घायल हुए हैं। शहर के अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों में भी 150 लोग पतंगबाजी से घायल होकर इलाज के लिए पहुंचे।
चाइनीज मांझे ने काटी बिजली, दो घंटे तक चार ग्रिड रहे फेल: शहरवासियों की पतंगबाजी का मजा शनिवार को बार-बार कटने वाली बिजली ने किरकिरा कर दिया। दरअसल चाइनीज मांझे के तारों और बिजली के खंभों में उलझने से शहर के कई इलाकों में स्पार्किंग और बिजली लाइनों में फॉल्ट हो गया, जिससे दो घंटे से भी ज्यादा समय तक कई इलाकों में दोपहर में बिजली गुल रही। इतना ही नहीं शाम को भी ट्रिपिंग की शिकायतें मिलती रही। वहीं, शहर के वीकेआई, वैशालीनगर, हीरापुरा और जवाहर नगर जीएसएस फेल हो गए हैं। इससे इन जीएसएस से प्रभावित इलाकों में कहीं दो घंटे तो कहीं इससे भी ज्यादा समय तक बिजली सप्लाई बंद रही। झोटवाड़ा, वैशाली नगर और कई इलाकों में जहां दिन में दो घंटे से ज्यादा बिजली कटी तो शाम को पांच बजे बाद भी बिजली बार-बार जाती रही। दिनभर मेंटिनेंस पार्टियां सप्लाई दुरुस्त करने में दौड़ती रही। जयपुर सिटी सर्किल के अधीक्षण अभियंता एके त्यागी ने बताया कि चाइनीस मांझे के कारण बिजली लाइनों में फॉल्ट की समस्याएं आई और बिजली सप्लाई बाधित हुई। जीएसएस भी फेल हुए, लेकिन हमारी मेंटिनेंस पार्टियां देर रात तक सप्लाई दुरुस्त करने में जुटी रही।