सीकर में दो साल बाद दशहरे पर जलाया जाएगा रावण का पुतला. 5 अक्टूबर को शाम साढ़े सात बजे पुतला दहन किया जाएगा। रामलीला मैदान में सांस्कृतिक मंडल के निर्माण में पिछले 7 दिनों से कारीगर पुतला तैयार करने में लगे हुए हैं. इस बार 42 फीट के रावण का पुतला दहन किया जाएगा। कारीगर प्रकाश ने बताया कि वह सीकर के खंडेला इलाके का रहने वाला है. उनका परिवार पिछले 18 साल से सीकर के कई इलाकों में रावण के पुतले बनाता है। वह रामलीला मैदान में होने वाले रावण दहन का पुतला भी बना रहे हैं। प्रकाश ने बताया कि 42 फीट का रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है. इसका काम 23 सितंबर से शुरू किया गया था, जो 4 अक्टूबर को पूरा होगा. इसके बाद दशहरे के दिन दोपहर बाद रामलीला मैदान में क्रेन की सहायता से पुतला स्थापित किया जाएगा. यहां पुतला लगाने के बाद उसमें पटाखे लगाए जाएंगे।
सांस्कृतिक मंडल सीकर के जानकी प्रसाद इंदौरिया ने बताया कि कोरोना के चलते 2 साल से रावण दहन का कार्यक्रम नहीं हो सका. पिछले 4-5 साल में 45 फीट से भी कम ऊंचाई के रावण का पुतला जलाया गया. इंदौरिया ने बताया कि रावण दहन से पहले सीकर में भगवान राम की रथ यात्रा निकाली जाएगी। जो रघुनाथ मंदिर से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए रामलीला मैदान पहुंचेगी। रावण दहन के बाद सांस्कृतिक मंडली के मंच पर भगवान राम का राज्याभिषेक होगा।
न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan