कोटा न्यूज़: रामगंज मंडी के खैराबाद कस्बे में स्थित 40 वर्ष पुरानी पानी की टंकी जर्जर हो चुकी है, जो बड़े हादसे का कारण बन सकती है। पीएचईडी विभाग को इस टंकी को बेकार घोषित किए 1 साल हो गया। जिसके बावजूद भी जर्जर टंकी से पेयजल की सप्लाई की जा रही है। जबकि विभाग द्वारा 30 लाख रुपए की लागत से 3 लाख केएम लीटर की नई टंकी का निर्माण करवा गया है।
पुरानी जर्जर टंकी की कैपेसिटी 80 हजार केएम लीटर है। ऐसे में नई टंकी से जलापूर्ति होने से कस्बे वासियों में पानी की किल्लत दूर होंगी। जर्जर टंकी की हालत 150 मकानों के लिए आफत बन सकती है। टंकी इतनी ज्यादा जर्जर हो गई है, कि तेज हवा चलने पर टंकी हिलती है और टंकी का प्लास्टर भी नीचे गिरता है। आबादी क्षेत्र में होने से इसी रास्ते है राहगीर,स्कूली बच्चे भी निकलते है।
मोहल्लेवासियों ने कई बार टंकी की शिकायत भी की। ग्राम पंचायत ने कई बार अधिकारियों,जनप्रतिनिधियों को समस्या बताई, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। कस्बे के जलापूर्ति के लिए 40 साल से टंकी से सप्लाई दी जा रही है। आबादी क्षेत्र बढ़ने से टंकी के चारो तरह कॉलोनियां विकसित हो गई। धीरे धीरे पुरानी टंकी की मियाद खत्म होते होते टंकी जर्जर होना शुरू हो गई। पिछले साल ही टंकी के छज्जे से एक बड़ा टुकड़ा नीचे गिर गया। जिसके बाद दिनों दिन टंकी के पिल्लर,पोल और सीढ़ियों का प्लास्टर खिरने लगा है। जिससे अब टंकी के आंतरिक भाग लोहे के सरिए दिखने लगे है। जो भी पानी से जंगहीन होकर खराब हो रहे है।