नागौर: नागौर तेजाणा निर्माण के लिए मकराना से यात्रा शुक्रवार शाम को खरनाल पहुंची तो ग्रामीणों सहित क्षेत्र के श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया। वहीं गांव की सर्व समाज की 251 महिलाओं ने तीन किमी कलश यात्रा निकालकर मार्बल शिला का स्वागत किया। गांव में पहुंचने से पहले शिला को तेजाजी की बहन बुंगरी माता के मंदिर ले जाया गया। यहां से तेजाजी की घोड़ी की समाधि पर पहुंचने के बाद मंिदर में रखवाया गया। जिनको 26 अगस्त को सुबह सवा ग्यारह बजे शुभ मुहुर्त में स्थापित किया जाएगा।
इसके बाद से 100 गुणा 110 फीट के क्षेत्रफल में मार्बल से तेजाणा निर्माण कार्य शुरू होगा। कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया। तेजाणा निर्माण के लिए पहली शिला मकराना से सुरसुरा होते हुए 175 किमी पैदल यात्रा से लाई गई। इस दौरान 55 यात्री थे तथा उनकी सेवा में 40 सेवादार जुटे हुए थे। वहीं कई जगहों पर गाजे-बाजे से जेसीबी और क्रेनों की मदद से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। भोपाजी दरियाव धोलिया ने बताया कि 26 अगस्त को सुबह शुभ मुहुर्त में शिला स्थापित की जाएगी।
शुक्रवार शाम को यात्रा गांव पहुंची तो महिलाएं एक किमी सामने कलश लेकर पहुंची तथा मंगल गीत गाते हुए यात्रा का स्वागत किया। वहीं रात में जागरण का आयोजन हुआ। जानकारी अनुसार तेजाजी महाराज के मंदिर तेजाणा के निर्माण के लिए 25 फीट गहराई तथा सात फीट की ऊंचाई में फाउंडेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं अब शिला स्थापित किए जाने के साथ ही मार्बल से तेजाणा निर्माण का कार्य तीव्र गति से शुरू हो जाएगा। फाउंडेशन को मजबूती देने के लिए करीब 500 ट्रक पत्थर, 200 से अधिक ट्रक बजरी व कंकरी का उपयोग किया गया है।