राजस्थान

दूसरे राज्यों के 200 बीजेपी विधायक 7 दिन राजस्थान में करेंगे कैंप

SANTOSI TANDI
18 Aug 2023 12:23 PM GMT
दूसरे राज्यों के 200 बीजेपी विधायक 7 दिन राजस्थान में करेंगे कैंप
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राजस्थान में करेंगे कैंप
विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व के लिए राजस्थान कितना अहम हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि अब बीजेपी सीट टू सीट और मैन टू मैन मार्किंग करने जा रही हैं।इसकी जिम्मेदारी बीजेपी शासित 5 राज्यों के विधायकों को सौंपी गई हैं। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी अन्य राज्यों के बीजेपी विधायकों को दी गई हैं। एक विधायक को एक सीट की जिम्मेदारी मिली है। इस सीट पर यह विधायक 7 दिन का कैंप करेंगे। वहीं, 7 दिन में तैयार फीडबैक केन्द्रीय नेतृत्व को सौपेंगे।
माना जा रहा है कि इन विधायकों की रिपोर्ट विधानसभा चुनावों में टिकट देने और टिकट काटने का आधार बन सकती है। हालांकि केन्द्रीय नेतृत्व पहले से ही प्रदेश की सभी सीटों का सर्वे करवा चुका है। सर्वे में जिन सीटों पर कांग्रेस को बढ़त बताई गई है। उन सीटों पर बाहर से आने वाले विधायकों को विशेष फोकस करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
पूरी तरह से गोपनीय होगी विधायकों की वर्किंग
गुजरात, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, हिमाचल व दिल्ली से आने वाले यह विधायक चुनावी रणनीति में माहिर माने जाते हैं। इन विधायकों की वर्किंग पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। कौनसा विधायक किस विधानसभा सीट पर जाएगा। यह भी चुनिंदा लोगों को ही पता रहेगा। ये विधायक स्थानीय नेताओं की भी कोई मदद नहीं लेंगे।
ये लोग ग्राउंड पर जाकर मौजूदा विधायक अथवा विधानसभा प्रत्याशी से संवाद करेंगे। विधानसभा में उम्मीदवारी जता रहे अन्य नेताओं से भी चर्चा करेंगे। वहीं संगठन से जुड़े जिला अध्यक्ष, मण्डल अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष से चर्चा करके ये विधायक जीत-हार के आधार पर अपनी ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करेंगे। क्षेत्र में मौजूदा विधायकों की स्थिति क्या है? विधायकों के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी कितनी है ? इसे कैसे दूर किया जा सकता है? इसे लेकर भी इनकी रिपोर्ट में सुझाव शामिल होंगे।
जिन सीटों पर बीजेपी उप चुनाव हारी, उस पर विशेष फोकस
सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर कांग्रेस व अन्य दलों का कब्जा है, उनके लिए भाजपा अलग रणनीति पर काम कर रही है। इन सीटों पर भेजे जाने वाले विधायकों को अपनी रिपोर्ट में बताना होगा कि जीत के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए? खासकर मौजूदा विधायक की ताकत व कमजोरियों की जानकारी जुटाई जाएगी। इनकी रिपोर्ट में ये भी शामिल होगा कि कौन से मुद्दों को उठाया जाए, जिससे भाजपा ये सीट जीत सके।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस व अन्य दलों से आए नेताओ की क्षेत्र में क्या स्थिति है? इस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। विशेषत: उन सीटों पर जहां उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। अन्य राज्यों के विधायक इन सीटों के हर पहलू को अपनी रिपोर्ट में शामिल करेंगे। केंद्रीय नेतृत्व इन सीटों को लेकर ज्यादा गंभीर है।
जिताऊ उम्मीदवार को मिलेगा टिकट
कांग्रेस के मुकाबलें बीजेपी चुनावों में टिकट बदलने में आगे रहती हैं। इस बार भी बीजेपी बड़े पैमाने टिकटों में बदलाव कर सकती हैं। कई मौजूदा विधायकों के टिकट भी काटे जा सकते हैं। ऐसे में जिन विधायकों की रिपोर्ट सर्वे में खराब हैं। उन सीटों पर भी बाहर से आने वाले विधायक विशेष रिपोर्ट तैयार करेंगे।
जिसमें यह बताया जाएगा कि अगर किसी विधायक अथवा उम्मीदवार का टिकट कटता हैं तो बगावत के कितने आसार बन सकते हैं। इन परिस्थितियों से कैसे निपटा जाए। वहीं पार्टी में जो अभी असंतुष्ट धड़ा हैं। उसकी क्षेत्र में कितनी पकड़ है। उसका जिक्र भी विधायकों की रिपोर्ट में होगा।
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