बसों से स्कूल पहुंचते हैं 20 हजार बच्चे, 66 बसों के कटे चालान
उदयपुर न्यूज़: प्रादेशिक परिवहन विभाग (आरटीओ) ने शहर में नौ दिवसीय बाल वाहिनी (स्कूल बस) जांच अभियान बुधवार से शुरू किया। पहले दिन 137 स्कूल बसें जांची गईं। इस दौरान वाहनों का परमिट और फिटनेस, ड्राइवर का लाइसेंस, कंडक्टर है या नहीं जैसे बिंदु जांचे गए। बिना परमिट और अनफिट कैटेगरी के 66 वाहनों के चालान बनाकर 2 लाख 30 हजार रुपए जुर्माना वसूला और 7 वाहन जब्त किए। इस अभियान का मकसद विद्यार्थियों की सुरक्षा तय करना है। आरटीओ में दर्ज आंकड़ों के अनुसार शहर में 385 बसें बच्चों को लेकर सड़कों पर दौड़ती हैंं। हरेक में औसत 50 बच्चों के हिसाब से करीब 20 हजार बच्चे घर से स्कूल और स्कूल से घर का सफर करते हैं।
जानकारों का कहना है कि शहर में करीब 1.20 लाख बच्चे पढ़ते हैं। शेष एक लाख में से 30 हजार बच्चों को अभिभावक अपने वाहनों से स्कूल तक छोड़ते और ले जाते हैं। ऐसे में चिंता 70 हजार बच्चों को लेकर है, जो ऑटो या वैन से आवाजाही करते हैं। इनमें से ज्यादातर वाहन विभाग की फिटनेस और परमिट जैसे दायरे में आते हैं। ये बच्चों को ठूंस-ठूंस कर बैठाते हैं। ऐसी ही एक वैन का पहिया मंगलवार दोपहर बारिश के दौरान अलीपुरा क्षेत्र में तिराहे की क्षतिग्रस्त सड़क पर धंस गया था। करीब 20 मिनट तक जाम भी लगा। वैन 12 बच्चों को उतारने के बाद गड्ढे से निकल पाई थी। इन वाहनों में बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है।