राजस्थान

हर साल 1.8 लाख किडनी फेलियर केस

Shreya
3 Aug 2023 1:44 PM GMT
हर साल 1.8 लाख किडनी फेलियर केस
x

बीकानेर। देश में प्रतिवर्ष 1.8 लाख किडनी फेलियर के केस सामने आते हैं। लेकिन, मुश्किल से 6000 का ही किडनी ट्रांसप्लांट हो पाता है। क्योंकि किडनी डोनर नहीं मिलता। इसी प्रकार सालाना 2 लाख से अधिक व्यक्ति लीवर फेलियर का शिकार होते हैं। लेकिन अंग दाता ना मिलने के कारण मात्र 1500 लिवर ट्रांसप्लांट ही हो पाते हैं। हार्ट ट्रांसप्लांट तो और भी कम मात्र 10 से 15 प्रति वर्ष होते हैं। मांग और आपूर्ति के बड़े अंतर को पाटने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा राष्ट्रीय अंगदान दिवस 3 अगस्त से अंगदान जीवनदान महा अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पवार ने बताया कि 3 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जयपुर से ही इस अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। इसका लाइव वेबकास्ट शाम 5:00 बजे से शुरू होगा। सभी पंचायत, तहसील और जिला स्तरीय आईटी सेवा केंद्रों से पूरे राज्य के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारीगण जुड़ेंगे।

उन्होंने बताया कि पूरे पखवाड़े में विभिन्न स्तरों पर जन जागरूकता गतिविधियां आयोजित कर आमजन को अंगदान के लाभ और आवश्यकता से रूबरू कराते हुए अंगदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। विद्यालय, कॉलेज विद्यार्थियों को अंगदान की शपथ दिलवाई जाएगी। फिर ग्राम, ब्लॉक तहसील और जिला स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी। विजेताओं को 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा।

अभियान के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं, रोटरी क्लब, ब्रह्माकुमारीज व अन्य सिविल सोसाइटी संस्थाओं की मदद ली जाएगी। 17 अगस्त तक चलने वाले इस महा अभियान के दौरान ही समस्त सरकारी निजी मेडिकल कॉलेज में ट्रांसप्लांट यूनिट सक्रिय की जाएगी। अंग व टिशु ट्रांसप्लांट डोनेशन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।

डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिला स्तरीय कार्य योजना का अनुमोदन करवा लिया गया है। अभियान के अंतर्गत वीएचएसएनसी स्तर पर जागरूकता गतिविधियां की जाएंगी। गुरुवार को एमसीएचएन दिवस के अवसर पर टीकाकरण के साथ अंगदान शपथ भी दिलवाई जाएगी।

जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि युवाओं को अंगदान जैसे पुनीत कार्य से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिसमें ऑनलाइन वीडियो संदेश प्रतियोगिता, सेल्फी प्रतियोगिता व स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।

ऑर्गन डोनेशन से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यः

हार्ट अटैक से मृत्यु होने पर केवल कुछ अंग या ऊतक ही डोनेट किए जा सकते हैं जैसे कि कॉर्निया, हड्डी, त्वचा और रक्तवाहिकाएं। ब्रेन स्टेम मृत्यु के बाद लगभग 37 विभिन्न अंग और ऊतक दान किए जा सकते हैं, जैसे कि किडनी, हृदय, लिवर और फेफड़े। मृत व्यक्तियों से अंगदान करने की स्थिति भारत में अभी भी बहुत कमजोर है। भारत में केवल लिविंग ऑर्गन डोनर्स द्वारा अंगदान से आवश्यकता की पूर्ति नहीं की जा सकती है। इसलिए मृत व्यक्तियों के ऑर्गन डोनेशन को प्रोत्साहित करना अति आवश्यक है।

Next Story