राजस्थान

शहर में डेढ़ घंटे में 16 मिमी, धरियावद में 29, पीपलखूंट में 27 मिमी बारिश

Shantanu Roy
19 July 2023 11:17 AM GMT
शहर में डेढ़ घंटे में 16 मिमी, धरियावद में 29, पीपलखूंट में 27 मिमी बारिश
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ पिछले तीन-चार दिनों से पूरे जिले में गर्मी और उमस का दौर चल रहा था. उधर, सोमवार सुबह 10 बजे से आसमान में बादल छा गए। दिनभर लोग गर्मी से परेशान रहे। दोपहर तीन बजे के बाद हल्की बूंदाबांदी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया। 42 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ प्रतापगढ़ मुख्यालय पर बारिश शुरू हुई, जो करीब डेढ़ घंटे यानी शाम 4:30 बजे तक जारी रही. तीन-चार दिन बाद हुई बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन हरियाली अमावस्या पर बाजारों में खरीदारी करने आए लोग भी जल्द ही अपने घरों की ओर चले गए। इसका असर मिठाई दुकानों और किराना व्यापारियों के कारोबार पर पड़ा। हलवाइयों के अनुसार हरियाली अमावस्या के पर्व पर जिले भर में 30 लाख से अधिक की रबड़ी, मालपुआ की बिक्री होती है, लेकिन बदलते मौसम के मिजाज ने पर्व पर सजी दुकानों की मिठास फीकी कर दी।
सिंचाई विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शाम 5 बजे तक प्रतापगढ़ में 16, धरियावद में 29, पीपलखूंट में 27, सुहागपुरा में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई। विभाग के अनुसार जिले में औसत की 29 फीसदी बारिश हो चुकी है. सिंचाई विभाग की ओर से 15 जून से सोमवार शाम तक 294.94 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। दक्षिण-पश्चिम हवा के प्रभाव से धरियावद में तापमान बढ़ा: धरियावद क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम हवा के तेज प्रभाव के कारण दिन और रात के तापमान में 0.5-0.5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। गर्मी का असर बढ़ते ही पंखे और कूलर की हवा भी फीकी पड़ गई। दोपहर तीन बजे के बाद आसमान में बरसाती बादलों ने डेरा जमाया, लेकिन शाम तक बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को दिन का तापमान 34.5 डिग्री से बढ़कर 35 डिग्री और रात का तापमान 26.5 डिग्री से बढ़कर 27 डिग्री पर पहुंच गया. क्षेत्र में आर्द्रता 70 के करीब होने से बारिश की संभावना बनी हुई है. रुक-रुक कर हो रही बारिश से फसलों को होगा फायदा: जिले में खरीफ फसलों की बुआई का काम पूरा हो चुका है. कई किसानों ने अपने खेतों में सोयाबीन, बाजरा, मूंग, मोठ, मूंगफली की बुआई की है. बीज का अंकुरण शुरू हो गया है. बारिश फसलों के लिए अमृत का काम करेगी। इससे फसल अच्छी होगी और पैदावार भी अधिक होगी।
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