राजस्थान
14 साल की छात्रा का शव ट्यूशन टीचर के कमरे में फंदे पर लटका मिला, हाथ-पैर भी बंधे थे दुष्कर्म की आशंका
Shiddhant Shriwas
15 Feb 2022 9:20 AM GMT
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फाइल फोटो
18 थानों की टीम केस पर कर रही काम
जनता से रिस्ता वेबडेस्क: राजस्थान के कोटा में 14 साल की छात्रा का शव ट्यूशन टीचर के कमरे में फंदे पर लटका मिला था। उसके हाथ-पैर भी बंधे हुए थे। परिजनों ने हत्या टीचर पर हत्या के आरोप लगाए हैं। साथ बच्ची से दुष्कर्म की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस फरार ट्यूशन टीचर को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। आरोपी की अपनी स्कूटी बूंदी जिले में छोड़कर फरार हो गया है। पुलिस ने स्कूटी जब्त कर ली है, लेकिन वह अब भी पकड़ से दूर है। पुलिस का का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दरअसल, आरोपी गौरव जैन हत्या के बाद स्कूटी लेकर फरार हुआ था। आरोपी स्कूटी लेकर नयापुरा, रंगपुर, भदाना की तरफ गया था। इस रूट से पुलिस को अंदाजा था कि वह बूंदी की तरफ ही गया है। रंगपुर का आखरी छोर चंबल नदी तक पहुंचता है। यहां से बूंदी जिले तक पहुंचने के लिए नदी को नाव से पार करना पड़ता है। आरोपी की मूवमेंट सीसीटीवी में नजर आई तो पुलिस ने बूंदी जिले के केशोरायपाटन पर फोकस किया। पाटन पुलिस की मदद से आरोपी की स्कूटी पाटन के गामछ फाटक से कुछ दूर बरामद की गई है। पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी ने यहां तक पहुंचने के लिए नाव से चंबल नदी पार की होगी।
यहां भागने की आशंका
एसपी केसर सिंह ने कहा कि केस से जुड़े कई अहम सुराग हमारे हाथ लगे हैं। अभी इस बारे में ज्यादा बता नहीं सकता, लेकिन आरोपी जल्द सलाखों के पीछे होगा। उन्होंने कहा कि जहां आरोपी की स्कूटी मिली है, वहां से आरोपी के जयपुर या सवाई माधोपुर रूट पर भागने की भी आशंका है। पुलिस हर लीड पर काम कर रही है।
18 थानों की टीम केस पर कर रही काम
14 साल की मासूम की हत्या के बाद मामले के खुलासे और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए शहर के 18 थानों के पुलिसकर्मियों को चुनकर अलग-अलग टीमें बनाई गईं हैं। सात प्रमुख टीम आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है। अन्य टीमें तकनीकी जांच और जमीनी स्तर से जानकारी जुटा रहीं हैं। कोटा ग्रामीण पुलिस की टीम भी केस को सुलझाने में लगी हुई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली 14 साल की बच्ची पड़ोस के गौरव जैन के पास ट्यूशन पढ़ने जाती थी। रविवार को भी वह ट्यूशन पढ़ने गई थी, दिन में 12 बजे उसे घर पहुंचना था, लेकिन वह दोपहर एक बजे तक घर नहीं पहुंची। बेटी के घर नहीं पहुंचने से परेशान पिता पिता गौरव जैन के घर गए, लेकिन वहा ताला लगा हुआ था। इस दौरान पिता को बच्ची की चप्पलें बरामदे में पड़ी मिलीं। उन्होंने आरोपी गौरव की मां को फोन कर बुलाया, वह किसी शादी में शामिल होने के लिए गईं थीं। उनके आने के बाद पिता ने गौरव के कमरे का ताला तोड़कर देखा तो उनके होश उड़ गए। उनकी बेटी फंदे पर लटकी हुई थी, उसे खिड़की से बांधकर लटकाया गया था और उसके हाथ-पैर भी रस्सी से बांधे गए थे।
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