उदयपुर। उत्तरप्रदेश के श्यामली से खुद को विधायक बताकर सरकारी नौकरी दिलाने तथा फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 11 लाख रुपए हड़पने का एक मामला सामने आया है। उदयपुर की अदालत आरोपी की ओर पेश अग्रिम जमानत अर्जी के बाद इसका खुलासा हुआ। जिसकी अर्जी विशिष्ट न्यायाधीश ज्योति के. सोनी ने खारिज कर दी।
मिली जानकारी के अनुसार नीमचमाता स्कीम निवासी राजकुमार थामेत ने शहर के भूपालपुरा थाने में मामला दर्ज कराया था। जो श्यामली के कथित विधायक देवेन्द्र राणा और उसके भाई के संपर्क में आया। उन्होंने बताया कि उनके पिता सुरेश राणा उत्तरप्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री है और ससुर सूर्यप्रताप शाही कृषि मंत्री है। दोनों की केंद्र और राजस्थान सरकार में अच्छी पहचान है, जो सरकारी नौकरी दिलाने में सक्षम है। जिस पर वह अपने परिचित जेसी आचार्य तथा सेमुअल मैसी को लेकर राणा बंधुओं से मिलाने जयपुर लेकर गया।
बातचीत के बाद 24 अगस्त 2022 को उन्हें दोनों के नियुक्ति पत्र दिखाते हुए दोनों से साढ़े पांच—पांच लाख रुपए देने के लिए कहा। जिस पर उदयपुर आने के बाद तथाकथित विधायक देवेंद्र राणा को पहले तीन लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए और नियुक्ति पत्र लेने बकाया राशि के साथ जयपुर पहुंचे। जहां बाकी राशि देकर 12 सितंबर 22 को उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिए जो सार्वजनिक निर्माण विभाग गुलाबबाग में नियुक्ति के थे। जब वह नौकरी जोइन करने पहुंचे तो पता चला कि दोनों नियुक्ति पत्र फर्जी हैं। इसके बाद उन्हें ठगी का पता चला और भूपालपुरा में तथाकथित विधायक ओर उसके भाई गजेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस मामले में गजेंद्र की ओर से गिरफ्तारी से बचने के लिए न्यायालय में अग्रिम जमानत का प्रार्थना पत्र पेश किया गया, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया।
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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।