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जालोर। नीलकंठ महादेव मंदिर के 11 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा के सातवें दिन प्रवचन में संत मुरलीधर महाराज ने भगवान श्रीराम के अवतार के कारणों की कथा सुनाई। कथा में मुरलीधर महाराज ने गोस्वामी तुलसी दास महाराज द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के बालकांड में वर्णित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के अवतार के कारणों और कारणों पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए प्रभु जन्मोत्सव की कथा का रस पिलाया राम अ। प्रसंग के माध्यम से महाराज ने कहा कि जब इस धरती पर ब्राह्मण, धेनु और संत दुखी होते हैं, तब भगवान का अवतार होता है।
देवताओं और मानव राक्षसों के अत्याचार से दुखी होकर, भगवान से पृथ्वी पर अवतार लेने की प्रार्थना की, तब भगवान ने दुष्ट रावण को मारने और पृथ्वी को पापों से मुक्त करने के लिए युग परिवर्तन करके अवतार लिया। महाराज ने कहा कि जिसके हृदय में भगवान हैं वह कभी दुखी नहीं हो सकता। संचालन मदन जांगिड़ ने किया। प्रेम सिंह ओबावत, सिरोही महाराजा रघुवर सिंह, युवााचार्य संत अभय दास महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबा राम, पाली सांसद पीपी चौधरी, विभाग प्रचारक श्याम सिंह, जिला एवं नगर प्रचारक क्रमशः; बाबूलाल व कृष्ण राम, दंडी स्वामी देवानंद महाराज सहित कई लोग मौजूद रहे।
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