1036 घोषित अपराधी, 67 भगोड़े और 9788 स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार किया गया
जयपुर: पुलिस मुख्यालय में डीजीपी उमेश मिश्रा ने पुलिस की उपलब्धियों, कार्यों, नवाचारों और योजनाओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। डीजीपी ने कहा कि अपराधियों की आसूचना एवं प्रो-एक्टिव पुलिसिंग के माध्यम से अपराधियों पर शिकंजा कसा है। संगठित अपराध के खिलाफ हुई कार्रवाई में 2023 में राज्य में 1036 घोषित अपराधी, 67 भगोड़े और 9788 स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान राजपासा में 73 इस्तगासे पेश कर 9 को निरुद्ध कराया गया। इन कार्रवाईयों में प्रदेश में 1073 इनामी अपराधी गिरफ्तार किए गए। इनमें एक लाख के 8, पचास हजार के 13, 40 हजार रुपए के 2 और 25 हजार के 45 इनामी अपराधी शामिल हैं।
एरिया डोमिनेंस अभियान में कार्रवाई
एक मार्च से शुरू अभियान में 13 अगस्त तक विभिन्न अपराधों में वांछित 21 हजार 320 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें जघन्य अपराध में वांछित 937 अपराधी शामिल हैं। इस अभियान में 151 सीआरपीसी के तहत 35 हजार 662 गिरफ्तारी की गई। 56 हजार 980 अपराधी गिरफ्तार हुए। इनकी गिरफ्तारी के लिए पूरे राज्य में 29 हजार 527 टीमों का गठन कर 77 हजार 348 स्थानों पर दबिश दी गई, जिनमें 117419 पुलिस अधिकारी और कर्मी शामिल थे।
प्रो-एक्टिव पुलिसिंग
प्रो-एक्टिव पुलिसिंग में आबकारी अधिनियम में इस वर्ष की 2021 से तुलना में 14.65 प्रतिशत की वृद्धि और 2022 की तुलना में 12.08 की वृद्धि हुई। एनडीपीएस एक्ट में 2021 से तुलना में 47.82 की वृद्धि और 2022 की तुलना में 12.07 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आर्म्स एक्ट में 2021 की तुलना में 38.78 प्रतिशत की वृद्धि और 2022 की तुलना में 11.19 की वृद्धि हुई। वहीं, प्रदेश में इस वर्ष जुलाई माह तक जघन्य अपराधों में कार्रवाई कर 12 घंटों में हत्या के 206 अपराधियों को पकड़ा है, जबकि 12 से 24 घंटे में 173 और 1 से 7 दिन के अंदर 374 अपराधियों को गिरफ्तार किया। एक लाख से ऊपर की लूट, डकैती के प्रकरणों में 12 घंटे में 36, 12 से 24 घंटे में 17 और 1 से 7 दिन के अंदर 74 अपराधियों और गैंगरेप और 12 वर्ष से कम आयु की बालिका के साथ दुष्कर्म के प्रकरण में 12 घंटे में 26, 12 से 24 घंटे में 72 और 1 से 7 दिन के अंदर 184 अपराधियों सहित कुल 1162 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।