रबड़ की आड़ में ट्रक में मिला 2 करोड़ कीमत का 1000 किलो गांजा
जयपुर न्यूज़: राजस्थान पुलिस की सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने मध्य प्रदेश के गुना थाना इलाके में स्थानीय पुलिस की सहायता से बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान नंबर के एक ट्रक में जलपाईगुड़ी से तस्करी कर लाया जा रहा 1000 किलो गांजा पकडा है। बरामद मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 2 करोड रुपए है। गुना पुलिस द्वारा ट्रक सवार तस्कर को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस डॉ रविप्रकाश मेहरडा ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि झालावाड़ निवासी तस्कर महेंद्र सिंह ने राजस्थान में सप्लाई के लिए अवैध मादक पदार्थ की बड़ी खेप मंगवाई है। सूचना पर डीआईजी राहुल प्रकाश के निर्देशन व क्राइम ब्रांच के डीएसपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के सुपरविजन में एक विशेष टीम गठित की गई। एडीजी डॉ मेहरडा ने बताया कि टीम सरकारी गाड़ी से एमपी की तरफ रवाना हुई। सूचना के अनुसार पीछा कर रही सीआईडी टीम ने गुना से कुछ दूरी पहले राजस्थान नंबर के संदिग्ध ट्रक को रुकवाना चाहा तो ट्रक सवार तस्कर ने जान से मारने की नियत से पुलिस जीप पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की ओर भागने लगा। किसी प्रकार से टीम बाल-बाल बच गई। इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत ने गुना थाना पुलिस को सूचित किया और आगे नाकाबंदी करवा ट्रक का पीछा जारी रखा। गुना बाईपास प्रसार भारती दूरदर्शन केंद्र के सामने नाकाबंदी में लोकल पुलिस ने ट्रक को रोक लिया। पीछा करती सीआईडी की टीम भी वहां पहुंच गई। राजस्थान नंबर के उक्त ट्रक में रबर मैटेरियल भरा हुआ था, जिसके नीचे पैकेट छुपाए हुए थे।
एडीजी ने बताया कि तलाशी में 10-10 किलो के कुल 100 पैकेट मिले, जिनमें 1000 किलो गांजा भरा हुआ था। ट्रक सवार तस्कर बद्रीलाल यादव पुत्र गंगाराम (41) निवासी गांव रतन खेड़ी थाना आगर मालवा मध्य प्रदेश से पूछताछ की गई तो उसने जलपाईगुड़ी के पास माता बंगा क्षेत्र से गांजा झालावाड़ के दाता का खेड़ा निवासी महेंद्र सिंह पुत्र तूफान सिंह तथा आगर मध्य प्रदेश निवासी कमल सिंह एवं चेन सिंह ठाकुर के लिए लाना बताया। अवैध मादक पदार्थ से भरा ट्रक जप्त कर तस्कर बद्री लाल यादव को एनडीपीएस एक्ट के तहत गुना पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। अग्रिम कार्रवाई गुना पुलिस द्वारा की जा रही है। इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में गठित इस टीम में हैड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा व मदन शर्मा तथा कॉन्स्टेबल रविंद्र सिंह एवं सोहन देव शामिल थे।