पंजाब के फरीदकोट जिले गांव ढिलवां खुर्द में नशा का विरोध करने वाले युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान 30 वर्षीय हरभगवान सिंह के रूप में हुई जोकि बिजली रिपेयरिंग का कार्य करता था और गांव में पंचायत द्वारा गठित नशा विरोधी कमेटी का सदस्य था।
नशा विरोधी कमेटी द्वारा अपने गांव में नशा रोकने के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा था। शुक्रवार को भी हरभगवान सिंह समेत कमेटी के अन्य सदस्यों ने नशा करते हुए दो नौजवानों को रंगे हाथों काबू किया जिन्होंने सबके सामने कबूल किया कि उन्होंने यह नशा गांव के ही अमनदीप सिंह से खरीदा है। इस बात को लेकर तनातनी के दौरान अमनदीप सिंह भी मौके पर आ गया और उसने हरभगवान सिंह पर गोली चला दी।
गोली मारने के बाद आरोपी अपने घर गया और उसने घर पर जाकर भी हवाई फायरिंग की। इसके बाद वह अपनी मोटरसाइकिल पर फरार हो गया। घायल हरभगवान सिंह को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले में एसपी जसमीत सिंह ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
दुल्लेवाला की नशा विरोधी कमेटी के सदस्यों पर हमला
उधर, बठिंडा जिले के गांव दुल्लेवाला की नशा विरोधी कमेटी पर कुछ लोगों ने तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जानकारी अनुसार गांव दुल्लेवाला में कमेटी गुरुवार रात को गश्त कर रही थी। इसी दौरान एक दवा विक्रेता को किसी को नशीली दवाएं बेचते देखा। जब समिति सदस्यों ने उसे रोकना चाहा तो उसने धमकी दी और युवकों पर हमला कर दिया। सुखदीप सिंह, राजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, विशाखा सिंह निवासी दुल्लेवाला ने बताया कि गांव में कुछ लोग कई बार मना करने के बावजूद नशा बेच रहे हैं।
समिति के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने को कहा है। उधर, दुल्लेवाला गांव व आसपास के गांवों की नशा विरोधी समितियां थाने के सामने एकत्रित हुईं और पुलिस पर नशा तस्करों के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया। लोगों ने कहा कि वे नशा नहीं बेचने देंगे, चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। नशा विरोधी कमेटी के नेता बहादुर सिंह ने कहा कि वे किसी की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और नशे के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।