पंजाब
परिवार पर टूटा कहर, 5 बहनों के इकलौते भाई की मिली लाश, किया हाईवे जाम
Shantanu Roy
2 Oct 2022 12:49 PM GMT

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बड़ी खबर
समराला। गांव राजवाला के पिछले 6 दिनों से लापता 21 वर्षीय नौजवान यादविंदर सिंह की पटियाला नजदीक भाखड़ा नहर में शव मिलने के बाद परिजनों व गांववासियों ने पुलिस पर समय रहते बनती कार्रवाई न करने के आरोप लगाते हुए आज लुधियाना-चंडीगढ़ हाईवे को ब्लॉक कर दिया गया है। शहर के मेन चौक में धरने पर बैठे मृतक के वारिस और गांववासी पुलिस खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनकी मांग है कि बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार कथित दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। मृतक नौजवान अपने चाचा, ताया के तीन परिवारों में से इकलौता पुत्र था और पंजाब बहनों का भाई था। खानदान में इकलौते चिराग की इस तरह हुई मौत से खफा परिवार ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यादविंदर सिंह (21) पुत्र बलजिंदर सिंह गांव राजेवाल, जोकि एक प्राइवेट कंपनी की बस में कंडक्टर की नौकरी करता था, 26 सितंबर को अचानक समराला से लापता हो गया था। परिवार के लोग उसकी लगातार तलाश में जुटे हुए थे और परिवार ने कुछ लोगों पर शक जाहिर करते हुए उन्हें पूछताछ करने के लिए शिकायत दी थी। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की और वे अपने स्तर पर अपने लापता बेटे की तलाश करते रहे। मृतक के पिता व अन्य परिजनों ने बताया कि कल उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से उनके बेटे का शव भाखड़ा नहर से बरामद होने की जानकारी मिली तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे और शव लाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मृतक के पारिवारिक मैंबरों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस को एक लड़की समेत कुछ अन्य युवकों के नाम संदिग्ध बताए थे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। धरना स्थल पर पहुंचे अकाली दल विधानसभा क्षेत्र समराला के प्रभारी परमजीत सिंह ढिल्लों ने भी पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में आप की सरकार आने के बाद हत्या और अन्य अपराधों में भारी वृद्धि हुई है और पुलिस प्रशासन किसी की सुनवाई नहीं कर रहा। मजबूर होकर लोगों को इंसाफ पाने और कार्रवाई करने के लिए धरने तक लगाने पड़ रहे हैं।
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