चंडीगढ़ | 16 जून – (अर्चना सेठी) मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार युवाओं को शिक्षित व संस्कारवान बनाने के साथ-साथ उन्हें रोजगारपरक बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है, ताकि युवा रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्राप्त कर जीवन में आत्मनिर्भर बन सकें। इसी दिशा में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध करवाने के लिए दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली (डीएसटी) के तहत उद्योगों के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे बेहतर करियर की शुरुआत कर सकते हैं। वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए आईटीआई में दाखिला लेने की अंतिम तिथि 21 जून, 2023 है, इसलिए युवा जल्द से जल्द https://admissions.itiharyana.gov.in लिंक पर जाकर आवेदन करें।
दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली (डीएसटी) एक परिवर्तनकारी पहल है, जो उद्योग के लिए उद्योग के द्वारा तैयार मॉडल का अनुसरण करती है। इस प्रणाली के तहत उद्योग आईटीआई के साथ साझेदारी में आईटीआई के प्रशिक्षुओं को आधुनिक प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाते हैं।सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों से भिन्न-भिन्न व्यवसायों में दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए समझौते किए गए हैं। इन व्यवसाय यूनिटों में दाखिला प्राप्त प्रशिक्षणार्थियों को दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली के अंतर्गत ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें एक वर्षीय कोर्स के लिए 3-6 माह अवधि का तथा दो वर्षीय कोर्स के लिए 6 से 12 माह अवधि की ट्रेनिंग संस्थान में प्रदान की जाएगी। इसके पश्चात् कोर्स की शेष अवधि में ऑन-जॉब-ट्रेनिंग संबंधित औद्योगिक प्रतिष्ठान में करवाई जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में 65 से अधिक राजकीय आईटीआई में 40 से ज्यादा ट्रेड में डीएसटी उपलब्ध हैं। इसके लिए 5 हजार से ज्यादा सीटें डीएसटी प्रणाली के तहत दाखिले हेतु उपलब्ध हैं। इसके अलावा, 200 से ज्यादा उद्योगों में डीएसटी के तहत आधुनिक मशीनों पर ऑन-जॉब-ट्रेनिंग दी जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार युवाओं को शैक्षणिक योग्यता के साथ साथ उन्हें हुनरमंद बनाने हेतु राज्य सरकार कौशल प्रशिक्षण के लिए भी एक व्यापक फ्रेमवर्क तैयार कर रही है। इसके तहत, विदेशों में रोजगार के अवसर मुहैया करवाने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से सरकारी विभागों में कार्य पर रखने और निजी क्षेत्र में रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से युवाओं को सॉफ्ट स्किल और उद्योगों के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विदेश सहयोग विभाग के माध्यम से युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर दिलाने के लिए जनरल प्रशिक्षण के साथ-साथ उन्हें जॉब रोल के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण देने के लिए भी विशेष कोर्स तैयार किए जा रहे हैं। इन कोर्सों का पाठ्यक्रम श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जाएगा और विश्वविद्यालय की ओर से ही सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे।