विजीलैंस की ई.ओ. पर कार्रवाई के बाद पूर्व ट्रस्टियों की धड़कनें हुई तेज, मची खलबली

लुधियाना। विजिलेंस दुआरा एल.डी.पी. प्लाटों की अलॉटमेंट में नियमों का उल्लंघन होने को लेकर improvement ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन, ई.ओ. व अन्य मुलाजिमों के खिलाफ जो केस दर्ज किया गया है, उसमें कांग्रेस सरकार के दौरान पास हुए प्रस्तावों की भी स्क्रुटनी हो रही है क्योंकि विजिलेंस द्वारा एफ.आई.आर. में सिर्फ ऋषि नगर, शहीद भगत सिंह नगर, सराभा नगर के कुछ प्लॉट नंबरों का ही जिक्र किया गया है लेकिन इसके अलावा भी बड़ी संख्या में केस पिछले समय दौरान क्लीयर किए गए हैं, जो सालों से लटके हुए थे।
इनमें प्लाटों की अलॉटमेंट के अलावा ब्याज माफी व रद्द अलॉटमेंट को बहाल करने व वैकल्पिक प्लॉट देने से जुड़े प्रस्ताव शामिल हैं। जिससे जुड़ा रिकॉर्ड विजिलेंस द्वारा कब्जे में ले लिया गया है, जिनमें से कई फाइलों करने के लिए नियमों की अनदेखी करने के साथ करोड़ों की रिश्वत का लेन-देन होने की बात ई.ओ. द्वारा विजिलेंस की पूछताछ के दौरान कबूल की गई है। जिसके बाद से पूर्व ट्रस्टियों की धड़कने तेज हो गई हैं, जिन्होंने उपरोक्त प्रस्तावों को पास करने के लिए अपनी सहमति दी थी। यहां तक कि कुछ ट्रस्टियों द्वारा गलत तरीके से पेश किए गए प्रस्ताव पास करने के लिए अपने कोटे के केस क्लीयर करवाने की चर्चा भी हो रही है।