पंजाब
भतीजी के साथ शोषण और छेड़खानी करने के साथ-साथ परेशान करता था।
Rounak Dey
14 Jun 2023 1:07 PM GMT
x
भांजे ने की हत्या
लुधियाना | गांव बद्दोवाल में रहने वाले बुजुर्ग की उसके भांजे ने अपने नौकर के साथ मिल गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपियों ने शव ठिकाने लगाने के लिए उसे दीवान बेड में डाल दिया और रिक्शा पर लोड कर उसे गांव ठक्करवार ले गए। वहां आरोपियों ने सुआ रोड पर दीवान रखा और मिट्टी का तेल डाल उसे आग लगा दी।
घटना का पता उस समय चला जब गांव खेड़ी के पंच भरपूर सिंह वहां से गुजर रहे थे। उन्होंने जलता हुआ बेड और अंदर पड़ा शव देखा। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस के आलाधिकारी और थाना सदर की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने इस कत्ल की गुत्थी को एक ही दिन में सुलझा लिया।
हत्या गुरदीप सिंह के भांजे ने अपने मामा की बेटी के कहने पर अपने दोस्त और नौकर के साथ मिलकर की। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में माडल ग्राम के रहने वाले सुखविंदर सिंह, उसके नौकर योगेश कुमार जोकि मूल रूप से उत्तरप्रदेश के हाथरस स्थित गांव बसाना का रहने वाला है और मृतक की भतीजी जशनप्रीत कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।
पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि गांव खेड़ी के पंच भरपूर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी कि वह बाइक पर जा रहे थे तो ठक्करवाल गांव सुआ रोड पर दीवान बेड को आग लगी हुई थी और उसमें एक शव पड़ा था। शव करीब 80 प्रतिशत जल चुका था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच की तो उसकी कोई पहचान नहीं हुई थी। अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाना काफी मुश्किल हो रहा था।
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो एक कैमरे में दिवान बेड लेकर जा रहे दो आरोपी नजर आ गए। इसके बाद पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़ती गई। मृतक की पहचान गुरदीप सिंह (61) के रूप में हुई तो पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ा दी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक गुरदीप सिंह की भतीजी ने ही अपने बुआ के बेटे व गुरदीप के भांजे सुखविंदर सिंह को पचास हजार रुपये देकर हत्या करवाई है।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गुरदीप सिंह कुंवारा था। उसकी भतीजी जशनप्रीत कौर का तलाक हो चुका था। वह अपनी ही भतीजी के साथ शोषण और छेड़खानी करने के साथ-साथ परेशान करता था। इसके बारे में जशनप्रीत कौर ने बुआ के बेटे सुखविंदर को सारी बात बताई। सुखविंदर ने अपने ही नौकर के साथ मिल सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे गुरदीप को मौत के घाट उतार दिया। जिस समय गुरदीप की गला दबा हत्या की गई थी उस समय गुरदीप के भाई काम पर जा चुके थे और मां काफी बुजुर्ग थी। जशनप्रीत ही घर में थी। इसके बाद वह शव को ठिकाने लगाने के लिए ले गए। उन्होंने बेड में शव डाला और रिक्शा पर ही लोड कर उसे ठक्करवाल ले जा सुआ रोड पर आग लगा दी।
Next Story