न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अकेले पंजाब की विभिन्न जेलों से 2600 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं। तीन महीनों में जेल विभाग द्वारा मोबाइल फोन बरामद करने के लिए कई ड्राइव चलाई गईं। इस दौरान 1600 से अधिक मोबाइल फोन मिले हैं।
पंजाब की जेलों में मोबाइल फोन की तलाश करने के लिए अब प्रशिक्षित विदेशी कुत्तों की तैनाती की जाएगी। ये कुत्ते जेल की कोठरियों में सूंघ कर बता देंगे कि मोबाइल फोन कहां रखा गया है। सूबे के जेल विभाग ने लुधियाना जेल से इसका ट्रायल शुरू कर दिया है। लुधियाना सेंट्रल जेल में चार विदेशी कुत्तों की तैनाती की गई है।
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में सलाखों के पीछे फोन के जरिये साजिश रची थी। इसके साथ ही कई और भी ऐसे खुलासे हो चुके हैं जिनमें गैंगस्टरों ने जेल से फोन के जरिये हत्या की साजिश रची। अभी भी जेलों में बंद कई हाई प्रोफाइल कैदी फोन के जरिये बाहरी दुनिया से जुड़ कर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
इन बढ़ती वारदात को देखते हुए अब पंजाब के जेल विभाग ने जेल की कोठरियों में छिपे मोबाइल फोन की तलाश के लिए प्रशिक्षित खोजी कुत्तों का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया बेल्जियम मैलिनोइस नस्ल के कुत्तों का इस्तेमाल छिपे फोनों को सूंघने के लिए किया जाएगा। ट्रायल के आधार पर लुधियाना सेंट्रल जेल में चार कुत्तों को तैनात किया गया है। बेल्जियम मैलिनोइस वही कुत्ते हैं, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा तैनात किया गया है। बेल्जियम मैलिनोइस अपराधियों को पकड़ने में काफी अहम रोल निभाते हैं।
यह होती है खासियत
इनकी सूंघने की क्षमता इतनी जबरदस्त होती है कि ये नौ गज की दूरी से अपने शिकार को ट्रैक कर सकता है। साथ ही दो फीट की गहराई में छिपे सामान भी सूंघ कर पता लगा लेते हैं। इतना ही नहीं, अगर किसी जगह से कोई इंसान 24 घंटे पहले भी गुजरा है तो बेल्जियम मैलिनोइस उसका भी पता लगा लेते हैं। ये कुत्ते काफी फुर्तीले होते हैं।
मिल चुके हैं 2600 फोन
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अकेले पंजाब की विभिन्न जेलों से 2600 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं। तीन महीनों में जेल विभाग द्वारा मोबाइल फोन बरामद करने के लिए कई ड्राइव चलाई गईं। इस दौरान 1600 से अधिक मोबाइल फोन मिले हैं।
42 फीसदी कैदी नशे के आदी
पंजाब की जेलों में नई सरकार नशे पर अंकुश लगाने के लिए कैदियों का डोप टेस्ट करवा रही है। अब तब 14 जेलों और उप-जेलों में 8000 से अधिक कैदियों की जांच की जा चुकी है, जिसमें 42 फीसदी कैदियों का डोप टेस्ट पॉजिटिव मिला है। अमृतसर में 1900 में से 900 कैदी ड्रग्स का सेवन करते पाए गए, जबकि बठिंडा जेल में 1673 में से 646 और गुरदासपुर में 997 में से 425 कैदी, संगरूर जेल में 966 कैदियों में से 340 ड्रग्स के आदी मिले हैं।
जैमर के लिए लग चुकी फटकार
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब को जेलों में जैमर लगाने के लिए पंजाब सरकार को दो हफ्ते का समय दिया है। इस महीने की शुरुआत में हाईकोर्ट ने जेल में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग को रोकने में विफल रहने के लिए पंजाब सरकार को फटकार लगाई थी।