पंजाब

पंजाब में फिर थमेंगे ट्रेनों को पहिए, जानें कब और क्यों

Shantanu Roy
1 Oct 2022 2:13 PM GMT
पंजाब में फिर थमेंगे ट्रेनों को पहिए, जानें कब और क्यों
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अमृतसर। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने पंजाब सरकार के खिलाफ अमृतसर के गोल्डन गेट पर रोष प्रदर्शन करते हुए पुतला फूंका गया और गांवों में शामलात, जुमला मुश्तरका की जमीनों को किसानों से छीने जाने का विरोध किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार इस किसान विरोधी फैसले को वापिस नहीं लेती है, तो किसान सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाने से पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हमेशा कहते थे कि केंद्र की मोदी सरकार बिना किसी की अनुमति के किसानों पर अपने फैसले थोप रही है, लेकिन अब पंजाब सरकार ने भी बिना किसानों की अनुमति के यह फैसला किसानों पर थोप दिया और हैरानी की बात यह है कि विपक्ष में बैठे नेताओं ने इसका विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि सरकार गांवों की शामलात, जुमला और मुश्तरका जमीनों को किसानों छीनने की कोशिश कर रही है, जिसे इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिसके खिलाफ किसान 3 अक्तूबर को तीन घंटे तक ट्रेनें रोकेंगे। उन्होंने कहा कि जत्थेबंदियां लंबे समय से बसे किसानों के हक के लिए संघर्ष कर रही हैं। इस संबंध में पहले भी पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल को मांग पत्र दिया जा चुका है परंतु सरकार आम गरीब किसानों की रोजी-रोटी छीनने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकार पंचायत की जमीनों को अमीरों और ताकतवरों के कब्जे से मुक्त कराने के काम में विफल रही है लेकिन इसके विपरीत अब उन्हीं लोगों की दी हुई शक्ति का इस्तेमाल कर आम नागरिकों के अधिकार छीन रही है। ऐसे समय में बेमौसम बारिश से किसान पहले से ही परेशान हैं। नेताओं ने कहा कि 3 अक्तूबर को रेल रोको आंदोलन भी किया जाएगा जिसमें केंद्र सरकार से लखीमपुर खीरी हत्याकांड के दोषियों और हत्यारों को सजाएं दिलाने की मुख्य मांग करेंगे, वहीं मोदी सरकार द्वारा लाए बिजली वितरण लाइसेंस निजाम 2022 को पास किया गया। पंजाब विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर भी अहम मांग रहेगी। वर्णनयोग्य है कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड का एक वर्ष पूरा होने पर भी इंसाफ न मिलने के कारण जत्थेबंदी राज्य स्तरीय रेल जाम का न्योता दिया है।
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