पंजाब

सिलेंडर के बाद अब टमाटर महंगाई, पंजाब की सबसे बड़ी मंडी में 60 रु. किलो पहुंचे दाम

Bharti sahu
1 Jun 2022 9:53 AM GMT
सिलेंडर के बाद अब टमाटर महंगाई, पंजाब की सबसे बड़ी मंडी में 60 रु. किलो पहुंचे दाम
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मई में दो बार रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने के बाद अब टमाटर ने भाजी का तड़का महंगा कर दिया है। चंद दिनों में ही टमाटर के दामों में 20 रुपये प्रति किलो तक का इजाफा हो गया है।

मई में दो बार रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने के बाद अब टमाटर ने भाजी का तड़का महंगा कर दिया है। चंद दिनों में ही टमाटर के दामों में 20 रुपये प्रति किलो तक का इजाफा हो गया है।बताया जा रहा है कि माल की किल्लत के चलते आने वाले दिनों में दामों में और भी इजाफा हो सकता है। लिहाजा, मानसून के बाद ही टमाटर की लोकल फसल शुरू होगी। इसके साथ ही दामों में भी गिरावट संभव है। इस बीच जिले में टमाटर की आपूर्ति करने के लिए हिमाचल से माल मंगवाया जा रहा है। जिसका असर दामों पर पड़ा है।

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दरअसल, मई की शुरुआत में 40 रुपये प्रति किलो बिक रहे टमाटर के दाम महीने के अंत में 60 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू गए हैं। इसके चलते लोगों का सब्जी की खरीद का बजट गड़बड़ा गया है। दाल हो या फिर भाजी तड़का लगाने के लिए टमाटर का होना जरूरी है। मंडी में जाने पर टमाटर की खरीद किए बगैर सब्जी की खरीद अधूरी है। यही कारण है कि सब्जी की खरीद में लहसुन, टमाटर अदरक विशेष रूप से शामिल रहते हैं।
हिमाचल से मंगवाया जा रहा माल, बढ़ा परिवहन खर्च
पंजाब की सबसे बड़ी मकसूदां सब्जी मंडी में इन दिनों टमाटर की आपूर्ति हिमाचल से की जा रही है। इसके चलते माल मंगवाने के दौरान परिवहन खर्च भी टमाटर के दामों पर पड़ रहा है। इस बारे में थोक सब्जी विक्रेता विक्की बताते हैं कि हिमाचल के सोलन में टमाटर की सबसे बेहतर पैदावार होती है। इस बार भी वहां पर बंपर फसल है। जिसके चलते हिमाचल के सोलन से ही हरियाणा से लेकर दिल्ली तक कई राज्य में टमाटर की सप्लाई हो रही है। उन्होंने कहा कि लोकल टमाटर के मुकाबले हिमाचल का टमाटर वैसे ही महंगा रहता है। ऊपर से परिवहन खर्च माल पर डालने के बाद दामों में इजाफा हुआ है।
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मानसून के बाद होगी दामों में गिरावट
इस बारे में सब्जी के थोक कारोबारी जसपाल सिंह बताते हैं कि मानसून के बाद ही टमाटर की लोकल फसल की आमद शुरू होगी। उन्होंने बताया कि मानसून खत्म होने के बाद दामों में गिरावट होनी है।
रूबी तथा शीतल के टमाटर बने पसंदीदा
राज्य में टमाटर की दो किस्में सबसे अधिक पसंद की जाती है। जिसमें शीतल तथा रूबी शामिल है। इस बारे में संदीप लक्की बताते हैं कि इन दोनों किस्म के टमाटर सामान्य टमाटर की अपेक्षा कहीं अधिक लाल रहते है। यही कारण है कि इसमें गुद्धा भी अधिक रहता है। इस टमाटर की परत मजबूत होने के चलते इसकी क्वालिटी भी कई दिनों तक बनी रहती है।


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