पंजाब

चुनाव 2022 के माहौल में हेरोइन, चरस और गांजे की हजारों किलो खेप बरामद

Deepa Sahu
21 Feb 2022 11:03 AM GMT
चुनाव 2022 के माहौल में हेरोइन, चरस और गांजे की हजारों किलो खेप बरामद
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सभी पार्टियों का फोकस इस समय सिर्फ चुनाव और उसमें जीत हासिल करना है.

दिल्ली. चुनाव का दौर चल रहा है. सभी पार्टियों का फोकस इस समय सिर्फ चुनाव और उसमें जीत हासिल करना है. जानकारी के अनुसार सभी पांच चुनावी राज्यों पर ड्रग्स का साया है. इसके लिए NCB की टीमें पांचों राज्यों के हर जिले में मौजूद हैं. NCB की तरफ से ऑपरेशन जारी हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि चुनावों के दौरान अकेले पंजाब राज्य में 14 केस ड्रग्स बरामदगी के दर्ज किए गए हैं. जिसमें 105 किलो हेरोइन बरामद हुई है, जिसकी अंतराष्ट्रीय बाजार में क़ीमत करीब 315 करोड़ आंकी जा रही है. इसके अलावा 1510 किलो गांजा, और 1870 किलो चरस बरामद की गई है. एक शख्स को ड्रग्स की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया है जबकि कुछ आरोपी फरार हैं. अधिकतर ड्रग्स की खेप क्रॉस बॉर्डर से पंजाब में आने का शक जताया जा रहा है.

NCB यूनिट और देश के अलग अलग राज्यों के साथ साथ अमृतसर और चंडीगढ़ पर खास नजर रखी जा रही है. इसके अलावा एनसीबी अधिकारियों ने कई जगह रेड भी डाली है और बड़े स्तर पर बरामदगी भी की है. ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि पंजाब में चुनावों के मद्देनजर इतनी बड़ी तादाद में हेरोइन की बरामदगी क्या संकेत देती है? कहीं ड्रग्स का इस्तेमाल चुनावों को प्रभावित करने के लिए तो नहीं किया जा रहा है.

यूपी में भी 10 केस दर्ज
वहीं उत्तरप्रदेश की बात करें तो चुनावों के मद्देनजर NCB ने कुल 10 केस दर्ज किए है. 17 लोगों को ड्रग्स की खेप के साथ गिरफ्तार किया है और 11 आरोपी फरार हैं. करीब 11 किस्म की अलग अलग तरह की ड्रग्स बरामद की गई है. इसके अलावा तीन पिस्टल और करीब 80 लाख 648 रुपए कैश बरामद किए जा चुके हैं.

उत्तराखंड और गोवा भी
वहीं उत्तराखंड में ड्रग्स कारोबारी चुनावों के दौरान ज्यादा हाथ पैर नही मार पाए हैं. यहां इस दौरान महज एक केस दर्ज किया गया है. हेरोइन की छोटी खेप के साथ 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, गोवा में अब तक करीब 2 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बरामद की जा चुकी है. मणिपुर में भी ड्रग्स से जुड़े कुछ कारोबार सीज हुए हैं और लगातार रेड्स जारी है. NCB चुनावों में ड्रग्स की खरीद फरोख्त से जुड़ी जानकारी आंकड़े चुनाव आयोग को भी सौंप रहा है लोकल पुलिस के साथ लगातार रेड्स अभी भी जारी है. बता दें कि यह आंकड़े 18 फरवरी 2022 तक के हैं.


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