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बड़ी खबर
पटियाला। बुधवार रात से लगातार पड़ रही बारिश के कारण जिले में हजारों एकड़ फसल धान की बर्बाद हो गई। खास तौर पर अग्रिम किस्म धान की फसल की हालत तो यह हो गई कि 4 दिनों से पानी में डूबी रहने के कारण बल्लियों में ही खराब होने लगी है, जोकि किसानों के लिए बड़ा झटका कहा जा सकता है, क्योंकि जितनी बारिश हुई, उसके साथ अगले 10 दिनों तक धान की कटाई नहीं हो सकती। ऐसे में धान की इस फसल को संभालना काफी ज्यादा मुश्किल होगा। यहां यह वर्णनयोग है कि जो कोई जल्दी पकने वाली किस्में हैं, वह फसल पक कर बिल्कुल तैयार है और कई स्थानों पर इन किस्मों की कटाई हो कर मंडियों में भी पहुंच चुकी है। इस तरह की किस्में पैदा करने वाले किसानों को दोहरा नुक्सान उठाना पड़ा, जो काट कर मंडी से तक पहुंचाई गई, वह मंडियों में बेकार पड़ी रह गई और जो खेतों में खड़ी है, वह खेतों में खड़ी खराब हो रही है। यहां यह भी वर्णनीय है कि अक्तूबर के पहले सप्ताह में धान की कटाई पूरे जोरों पर शुरू हो जाती है।
जो इस भारी बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई है। जिले में धान की फसल पहले ही चाइनीज वायरस में बुरी तरह चपेट में आई हुई है और ऊपर से भारी बारिश ने फ़सल को और भी प्रभावित कर दिया है। दूसरी तरफ में लगातार बारिश के कारण जिले में बरसाती नदियां और नालों का स्तर ओर भी बढ़ गया है। पटियाला की बड़ी नदी और छोटी नदी दोनो में पानी का स्तर काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है और लगातार पानी का स्तर बढ़ने के कारण नदी के आस-पास रहने वाले इलाकों के लोगों में काफ़ी ज़्यादा चिंता देखने को मिली है। शिरोमणि अकाली दल के हलका राजपुरा के इंचार्ज चरनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि सरकार चाइनीज वायरस के साथ प्रभावित फसल के साथ-साथ बारिश के साथ खराब हुई फसल की गिरदावरी करवा कर किसानों को तुरंत मुआवजा दिलाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की तरफ से लगातार किसानों को अनदेखा किया जा रहा है। पहले गेहूं का झाड़ कम निकलने का कोई मुआवजा नहीं दिया गया, फिर चाइनीज वायरस के साथ खराब हुई फसल की कोई सुध नहीं ली जा रही और अब भारी बरसात के कारण धान की बर्बाद हुई फसल को भी लेकर सरकार संजीदा नजर नहीं आ रही।
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