पंजाब
बिजली बिल का भुगतान करने वाले हो जाए सावधान! ठगों ने अपनाया नया तरीका
Shantanu Roy
1 Oct 2022 12:59 PM GMT

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बड़ी खबर
अमृतसर। देश के अलग-अलग हिस्सों में बैठकर लोगों को लूटने और करोड़ों रुपए की ठगी में अहम भूमिका निभाने का सिलसिला आज भी जारी है। इन लोगों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी को रोकने में देश की पुलिस और गृह मंत्रालय पूरी तरह विफल हो रहा है। इसलिए आप सावधान रहें, क्योंकि अब पंजाब बिजली बोर्ड विभाग के नाम पर लाखों करोड़ रुपए की ठगी की जा रही है। बता दें आपको 8102228515 से एक कॉल और संदेश मिलेगा कि आपके बिजली बिल का भुगतान किया जाना बाकी है। इन खातों में जमा कराएं पैसा, नहीं तो बिजली काट दी जाएगी। लोगों से ठगी मारने वाला यह आदमी खुद को बिजली विभाग के लेखा विभाग का अधिकारी होने का दावा करता है, जो लखनऊ के बैंक एक्वटी समाल फाइनांस बैंक लिमिटेड में खाता नं. 100040466965, आई.एफ.एस.सी. कोड ई.एस.एफ.बी. 0017005 बता कर आम लोगों को इस खाते में हजारों रुपए का बकाया राशी जमा करवाने के लिए मजबूर कर रहा है। यदि उपभोक्ता उसे बैंक विवरण नहीं देता है, तो वह पैन कार्ड और आधार कार्ड की एक कॉपी मांगता है।
जिसे कई लोगों ने गलती से भेज दिया है। जिससे वह धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। पुलिस को इस मामले की जांच करनी होगी। इस फ्रॉड बैंक का पता टीसी 57बी, शालीमार टावर, विभूति खंड, गोमती नगर, लखनऊ-226010 है, जो उत्तर प्रदेश में है। पैसे वसूलने के लिए इस ठग ने पैसे जमा करने का तरीका भी बताया है। इस मामले में धोखाधड़ी बताए हुए पंजाब बिजली विभाग के एस.डी.ओ. रंजीत एवेन्यू 5 क्षेत्र सुखपाल सिंह ने कहा कि विभाग की ओर से ऐसा कोई मोबाइल फोन व्हाट्सएप नहीं है। यह एक घोटाला है और आम लोगों को बहुत सावधान रहना होगा। इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर अरुणपाल सिंह को पूरी जानकारी के साथ लिखित शिकायत भेजी गई है। उन्होंने उनसे साइबर क्राइम द्वारा इस मामले की उचित जांच कराने की भी अपील की है, ताकि आम लोगों को इस धोखाधड़ी से बचाया जा सके। उपरोक्त विवरण पटियाला और स्थानीय बिजली विभाग के अधिकारियों को भी भेजा गया है लेकिन यह कहना असंभव है कि बिजली विभाग कोई कार्रवाई करता है या नहीं।
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