
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गुरचरन सिंह ने बताया कि मृत सूअर गली-सड़ी हालत में थे। यही वजह है कि जालंधर लैब में जांच के दौरान इनकी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। अब आसपास के जिंदा सूअरों के खून, स्वैब व त्वचा के सैंपल लेकर बरेली लैब भेजे गए हैं।
पंजाब के पटियाला में गुरुवार को छोटी नदी के पास 40 और सूअर मृत शव मिले। इसके बाद मरने वाले सूअरों का आंकड़ा 290 पहुंच गया है। उधर, मामले में खास बात यह है कि अब तक जितने भी सूअर मरे मिले हैं, उनके शरीर गली-सड़ी हालत में थे। जिस कारण मौत का खुलासा जांच में नहीं हो सका है। अब नगर निगम के सहयोग से पशुपालन विभाग ने छोटी नदी के पास पड़ते इलाके से जिंदा सूअरों के खून, त्वचा व स्वैब के सैंपल लेकर बरेली स्थित लैब भेजे हैं।
जानवरों में लंपी की बीमारी के बढ़ते प्रकोप के बीच अब बड़ी संख्या में सूअरों की मौतों ने नगर निगम व पशुपालन विभाग में हड़कंप मचा दिया है। नगर निगम के कमिश्नर आदित्य उप्पल ने बताया कि सूचना मिली थी कि छोटी नदी के साथ लगते इलाके में कई और सूअर मृत पड़े हैं। इसके बाद निगम मुलाजिमों को इलाके से 40 और मृत सूअर मिले। सभी मृत सूअरों को दफना दिया गया है।
उधर, पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गुरचरन सिंह ने बताया कि मृत सूअर गली-सड़ी हालत में थे। यही वजह है कि जालंधर लैब में जांच के दौरान इनकी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। अब आसपास के जिंदा सूअरों के खून, स्वैब व त्वचा के सैंपल लेकर बरेली लैब भेजे गए हैं।
लंपी बीमारी का प्रकोप बढ़ा, 2273 जानवर संक्रमित और 55 की मौत
पटियाला में जानवरों में लंपी बीमारी का प्रकोप भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक इस बीमारी की चपेट में 2273 पशु आ चुके हैं, जिनमें से 55 की मौत हो गई है। इस संबंध में पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गुरचरन सिंह ने पुष्टि की। उन्होंने कहा कि 44 टीमों का गठन कर गांवों में पशुपालकों को इस बीमारी को लेकर जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बीमार पशुओं का भी इलाज किया जा रहा है।