पंजाब

महिला ने अस्पताल में फर्श पर दिया बच्चे को जन्म, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

Shantanu Roy
29 Sep 2022 12:52 PM GMT
महिला ने अस्पताल में फर्श पर दिया बच्चे को जन्म, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
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पठानकोट। तीनों राज्यों को सुविधाएं मुहैया कराने वाले जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर तब सवाल खड़ा हो गया जब एक महिला अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड के बाहर बच्चे को जन्म दे दिया। मिली जानकारी के अनुसार महिाल ने दर्द से कराहते हुए अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड के बाहर रात करीब 2 बजे एक बच्चे को फर्श पर बच्चे को जन्म दे दिया। स्थानीय मोहल्ला पीपल निवासी जंग बहादुर ने बताया कि बीती रात अचानक उसकी पत्नी को गर्भ में दर्द होने लगा। परिजन रात में उसे अस्पताल ले गए, जहां स्टाफ ने उसकी पत्नी का इलाज करने के बजाय पहले उसका टेस्ट कराने को कहा। उसके बाद सीधे अमृतसर रेफर कर दिया। काफी देर तक उसकी गर्भवती पत्नी दर्द से कराह रही थी। महिला के परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही और बदसलूकी का आरोप लगाते हुए कहा कि स्टाफ ने उनकी कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि ऐसे में कोई गरीब व्यक्ति कहां जाए। सरकारी अस्पताल में गरीबों का इलाज नहीं होगा तो और कहां से मिलेगा।
क्या कहना है कार्यकारी एस.एम.ओ. का?
इस संबंध में कार्यवाहक एस.एम.ओ. डॉ. सुनील चंद ने कहा कि गर्भवती महिला को उसके परिवार के सदस्यों ने कोई भी टेस्ट नहीं करवाए रखे थे। इसलिए स्टाफ ने अस्पताल की लैब में ही जांच कराने को कहा, जो गर्भवती महिलाओं का नि:शुल्क किया जाता है। उनके साथ परिचारक ने कुछ नशीले पदार्थ का सेवन किया हुआ था तथा उसने टेस्ट करवाने से मना कर दिया तथा स्टाफ से भी उलझने लगा। वहीं महिला की हालत ठीक न होने के कारण एमरजेंसी में वर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते थे, जिसके चलते स्थिति को देखते हुए उन्हें अमृतसर रेफर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर में डिलीवरी होने के बाद स्टाफ ने तत्काल जच्चा-बच्चा को अपनी देखरेख में कर लिया है।
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