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पंजाब में बढ़ने लगा है टोमैटो फ्लू का खतरा बठिंडा में टमैटो फ्लू बच्चों में पाया जा रहा है। बठिंडा के सरकारी अस्पताल में रोजाना करीब 6 से 7 टोमैटो फ्लू से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। बठिंडा स्वास्थ्य विभाग के सीनियर मेडिकल अफसर के मुताबिक जो बच्चे टोमैटो फ्लू का शिकार हो रहे हैं।
उनको बुखार, हाथ पैरों के साथ मुंह के अंदर दाने होने शुरू हो जाते हैं जिसके कारण बच्चों को खाने-पीने में भी दिक्कत आती है। टोमैटो फ्लू के अभी तक थोड़े बहुत लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं। डॉक्टर ने कहा कि 5 से 7 दिनों के अंदर बच्चे ठीक हो जाते हैं।
अस्पताल में भर्ती करके ट्रीटमेंट की जरूरत अभी तक नहीं पड़ रही, माता-पिता घबराने की जगह अपने बच्चों का खास ध्यान रखें। बठिंडा में 5 से 10 मरीज अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। अगर किसी बच्चे के शरीर पर दाने, मुंह से थूक गिरना, बुखार जैसे लक्षण पाए जाते हैं, तो उस बच्चे को 5 से 7 दिन स्कूल ना भेजें दूसरे बच्चों के संपर्क में ना आने दिया जाए।
उस बच्चे के खिलौने और जो खाने-पीने के बर्तन है, उन्हें भी शेयर ना करें तुरंत बच्चे को डॉक्टर को दिखाया जाए। अच्छी तरह हाथ धुलवाए 10 साल से कम बच्चों में टोमैटो फ्लू के लक्षण पाए जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस फ्लू से बचने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए स्कूल के साथ कई जगहों पर कैंप भी लगाए जा रहे हैं। लोगो को घबराने की कोई जरूरत नहीं है लंपी वायरस और मंकी पॉक्स का इससे कोई संबंध नहीं है।
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