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जालंधर। देश भर में अनूठे डॉ. बी.आर. अंबेडकर भवन बनाने की प्रक्रिया पंजाब सरकार ने शुरू कर दी है। यह भवन मोहाली में फेज-9 में सरकारी भूमि पर बनाया जाना है। इसके लिए सरकार ने आर्किटेक्ट की टीम को काम करने के लिए कह दिया है। आगामी बजट से पूर्व इस भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके लिए टीमें विभिन्न राज्यों से डॉ. बी.आर. अंबेडकर भवन के मॉडल का अध्ययन करने जाएंगी। इस प्रस्ताव पर सरकार ने वर्कआउट कर लिया है।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर भवन को लेकर अतीत की सरकारों ने दलितों के जज्बात के साथ खेला। अकाली-भाजपा सरकार में डॉ. अम्बेडकर भवन का शिलान्यास किया तो बाद में कांग्रेस की 2 सरकारों ने इस भवन के लिए मोहाली के डिप्टी कमिश्नर को जगह तलाश करने के लिए कहा परन्तु कोई भी यह भवन की प्रक्रिया शुरू नहीं कर सका। भगवंत मान सरकार ने सत्ता में आते ही सरकारी कार्यालयों में शहीद भगत सिंह के चित्र के साथ डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का चित्र लगाया तो लगा कि कहीं मामला सिर्फ चित्रों तक ही न रह जाए। फिर बजट में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहाली में डॉ. अम्बेडकर भवन बनाया जाएगा।
अब इस परियोजना पर कार्य शुरू हो चुका है। प्रशासनिक स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं। आर्किटेक्ट टीम की दलित कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें भी हो चुकी हैं। सरकार ने निर्देश देकर आर्किटेक्ट टीम को शीघ्र इसका मॉडल बनाने को कहा गया है। इसके लिए कपूरथला में पी.टी.यू. के डॉ. अम्बेडकर म्यूजियम के साथ-साथ दिल्ली में बने डॉ. अम्बेडकर म्यूजियम समेत देश के अन्य राज्यों में बने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर भवन और म्यूजियम का भी अध्ययन किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस भवन को डॉ. अम्बेडकर की फिलॉसफी और शिक्षाओं के मुताबिक बनाया जाना है। इसके साथ ही दलितों से जुड़े सभी सरकारी कार्यालय जैसे एस.सी. कल्याण कार्यालय, कमीशन, लाइब्रेरी, कन्वैंशन सैंटर और दलित कल्याण के सभी कार्यालय सभी मोहाली स्थित इसी प्रस्तावित भवन में तबदील किए जाएंगे।
Admin4
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