पंजाब

हिमाचल, जम्मू, गुजरात और मुंबई के रास्ते पहुंचा रहा खेप

Admin4
19 July 2022 9:45 AM GMT
हिमाचल, जम्मू, गुजरात और मुंबई के रास्ते पहुंचा रहा खेप
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आईजीपी गिल ने बताया कि पकड़े गए नशा तस्करों से पता लगा है कि नशे की तस्करी पठानकोट के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के गांव छन्नी-बेली और जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले से होती है, इसलिए सरहदी जिलों के एसएसपी को इन राज्यों की पुलिस के साथ तालमेल रखने को कहा गया है।

पाकिस्तान ने पंजाब में नशा तस्करी का नया नेटवर्क खड़ा कर दिया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस ने इस नए नेटवर्क पर भी काफी हद तक काबू पा लिया है लेकिन लगातार बदल रही नशा तस्करों की कार्यशैली से पुलिस भी हैरान है। फिलहाल तस्करों ने हिमाचल, जम्मू, गुजरात और मुंबई के नए सर्कल का खुलासा किया है।

इन रास्तों से तस्कर बड़ी खेप तो भेज ही रहे हैं साथ ही पैदल एजेंट और सेना के जवानों की वर्दी का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। आईजी मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने पत्रकारों से बातचीत में इस नेटवर्क का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने पिछले हफ्ते दो अंतरराज्यीय ऑपरेशनों के दौरान गुजरात और महाराष्ट्र से 147.5 किलो हेरोइन बरामद की। इसके अलावा पंजाब से भी पिछले सप्ताह 7.89 किलो हेरोइन बरामद की गई। इस तरह हेरोइन की कुल बरामदगी 155.39 किलो तक पहुंच गई।

12 जुलाई को एटीएस गुजरात के साथ साझा ऑपरेशन के दौरान पंजाब पुलिस ने गुजरात की मुंद्रा बंदरगाह पर कंटेनर से 75 किलो हेरोइन बरामद की थी, जबकि 15 जुलाई को महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर मुंबई के नाहवा शेवा पोर्ट पर कंटेनर से 72.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। पंजाब पुलिस ने राज्य भर में पिछले एक सप्ताह के दौरान एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत 34 व्यापारिक एफआईआर समेत 453 एफआईआर दर्ज करके 565 नशा तस्करों/ सप्लायरों को गिरफ्तार किया है।

पंजाब पुलिस द्वारा हेरोइन की बड़ी खेप बरामदगी के अलावा, पुलिस ने घेराबंदी और तलाशी मुहिम चलाकर और संवेदनशील रूटों पर नाके लगाकर नशा प्रभावित क्षेत्रों में 16.29 लाख रुपये ड्रग मनी, 15 किलो अफीम, 37 किलो गांजा, 16 क्विंटल भुक्की और 64000 नशीली गोलियां/ कैप्सूल समेत अन्य नशीले पदार्थ भी बरामद किए हैं। पिछले सप्ताह एनडीपीएस मामलों में 10 भगोड़े भी गिरफ्तार किए गए हैं।

पैदल ही तस्करी कर रहे नशा तस्कर

गिल ने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए आजकल नशा तस्कर पैदल ही नशे की तस्करी करने को तरजीह दे रहे हैं। नशा तस्कर कम मात्रा में नशा बेच रहे हैं ताकि पकड़े जाने पर भी उनके मामले को व्यापारिक नजरिए से न समझा जाए। नशा तस्कर छापे के दौरान बरामदगी से बचने के लिए अपने घरों में नशीले पदार्थों की खेप छिपाने के बजाय, इसे छप्परों और खेतों में छिपाने को प्राथमिकता दे रहे हैं।

हिमाचल व जम्मू के रास्ते हो रही तस्करी

आईजीपी गिल ने बताया कि पकड़े गए नशा तस्करों से पता लगा है कि नशे की तस्करी पठानकोट के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के गांव छन्नी-बेली और जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले से होती है, इसलिए सरहदी जिलों के एसएसपी को इन राज्यों की पुलिस के साथ तालमेल रखने को कहा गया है।

फौज की वर्दी पहनकर तस्करी

आईजी गिल के मुताबिक मालेरकोटला में नशा तस्करी का नया ढंग सामने आया है, जहां नशा तस्कर रोहित साही उर्फ गोल्डी निवासी अमरगढ़ फौज की वर्दी में हेरोइन बेचता पाया गया। पुलिस ने उसकी कार से 50 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है।

अलग-अलग मामलों में छोटे एजेंटो से यह भी हुई बरामदगी

16.29 लाख रुपये ड्रग मनी

15 किलो अफीम

37 किलो गांजा

16 क्विंटल भुक्की

64000 नशीली गोलियां



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