पंजाब
काम से निकाले अध्यापकों ने पकड़ा तूल, किसानों ने SDM को किया दफ्तर में बंद
Shantanu Roy
20 Sep 2022 1:39 PM GMT
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बड़ी खबर
बरनाला। आदर्श स्कूल कालेके से निकाले गए शिक्षकों का मामलने तूल पकड़ लिया है। इस मौके पर किसान यूनियन और स्कूल मैनेजमेंट आमने-सामने आ गए। जहां किसानों ने शिक्षकों को निकालने के रोष में एस.डी.एम. दफ्तर घेर कर एस.डी.एम. को अंदर बंद कर दिया। इस दौरान किसानों के घेरे में स्कूल प्रशासन के अधिकारी व पार्षद भी आ गए। इस मौके पर किसान यूनियन के नेता जरनैल सिंह बद्रा ने कहा कि आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालेके की मैनेजमेंट के खिलाफ उनका संघर्ष 21वें दिन पहुंच गया है। इस मामले की जांच के लिए एस.डी.एम. बरनाला, डी.एस.पी.बरनाला, उप जिला शिक्षा अधिकारी बरनाला और वेल्फेयर अधिकारी बरनाला की कमेटी बनाई गई थी परंतु इस मामले में अब तक प्रशासन ने कोई फैसला नहीं लिया है। मैनेजमेंट द्वारा 26 शिक्षकों 8 दर्जा चार के कर्मचारियों को कर दिया गया है। जब तक इन कर्मचारियों की बहाली नहीं हो जाती तब तक उनका संघर्ष ऐसे ही जारी रहेगा।
बच्चों की शिक्षा के हित में लिया फैसला
बच्चों की शिक्षा के नुकसान को रोकने के लिए नए अध्यापक रखने के लिए जब अखबार में एक विज्ञापन दिया गया तो प्रबंधन ने इन शिक्षकों को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया और जब नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना था, उस समय भी मैनेजमेंट ने शिक्षकों को ड्यूटी पर आने को कहा लेकिन शिक्षकों ने अपनी हड़ताल वापस नहीं ली तो उन्हें मजबूर होकर नए स्टाफ की भर्ती करनी पड़ी ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
स्कूल प्रबंधन के व्यवस्थापक अधिकारी मनप्रीत सिंह ने कहा कि जब शिक्षक 22 जुलाई को हड़ताल पर चले गए। 25 जुलाई को गांव के सरपंच की मौजूदगी में समझौता हुआ था जिसके तहत शिक्षकों को अपनी हड़ताल खत्म कर अपनी ड्यूटी ज्वाइन करनी पड़ी लेकिन ये शिक्षक अपनी ड्यूटी पर नहीं आए और बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा था। इस संबंध में बच्चों के माता-पिता ने स्कूल आकर प्रबंधन से मुलाकात की कि बच्चों की शिक्षा खराब हो रही है। मैनेजमेंट ने हड़ताली शिक्षकों को ड्यूटी ज्वाइन कर बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा, लेकिन शिक्षक नहीं माने।
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