पंजाब

शिरोमणि कमेटी के प्रधान चुनने को लेकर बोले सुखबीर बादल

Admin4
24 Oct 2022 7:53 AM GMT
शिरोमणि कमेटी के प्रधान चुनने को लेकर बोले सुखबीर बादल
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पंजाब में इन दिनों शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव को लेकर राजनीति पूरी तरह से गरमाई हुई है। शिरोमणि कमेटी के जनरल इजलास को लेकर जहां प्रधान हरजिंदर सिंह धामी और बीबी जगीर कौर आमने-सामने हो गए हैं वहीं शिअद के जनरल सैक्रेटरी बलविंदर सिंह भूंदड़ का कहना है कि चुनाव कोई भी लड़ सकता है लेकिन फैसला कमेटी मैंबरों की राय के मुताबिक ही होता है।
पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने संत अतर सिंह तप-अस्थान घुन्नस में संत बलवीर सिंह घुन्नस के साथ आधे घंटे तक बंद कमरे में बैठक की। जब पत्रकारों ने संत बलवीर सिंह घुन्नस से पूछा कि इससे पहले सुखदेव सिंह ढींडसा व बीबी जगीर कौर भी आपसे मिल चुके हैं तो संत घुन्नस ने कहा कि सुखबीर बादल उनकी सेहत का पता लेने आए थे न कि किसी राजनीतिक कार्य के लिए।
शिरोमणि कमेटी के सदस्य जत्थेदार बलदेव सिंह चुघ के बारे में पूछे गए सवालों से बचते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि वह अभी कोई पत्ता नहीं खोलेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह आज नहीं बल्कि लंबे समय से शिरोमणि कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे हैं ताकि आगामी चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा सके। सुखबीर ने कहा कि हर साल शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक महीना पहले ही प्रत्येक सदस्य के साथ व्यक्तिगत रूप से राय ली जाती है कि किसे अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, उसी कड़ी के तहत चयन किया जाता है लेकिन चंडीगढ़ जाते समय वह कुछ देर के लिए संत घुन्नस के पास चाय पीने के लिए रुका था।
इस दौरान सुखबीर ने पंजाब सरकार की निंदा करते हुए कहा कि बदलाव के नाम पर वोट लोगों पर इतना भारी पड़ गया है कि पंजाब 5 साल पीछे चला गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को दूसरे राज्यों में चुनाव जीतने की जल्दी है जिस कारण पंजाब के राजस्व से दूसरे राज्यों में विज्ञापन दिए जा रहे हैं जो गलत है। इस दौरान सुखबीर बादल ने गुरुद्वारा संत अतर तपस्थान में माथा टेका और गुरुद्वारा के सेवादार संत बलवीर सिंह घुन्नस ने सुखबीर को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष संत बाबा टेक सिंह धनोला, जिला महिला अध्यक्ष बेअंत कौर खैरा, पूर्व अध्यक्ष रिंदर सिंह जैलदार, पूर्व अध्यक्ष रणदीप ढिलवां, कुलदीप सिंह, नरिंदर कुमार, बलजीत कौर, ग्रंथी सिंदर सिंह, पी.ए. जसविंदर लधड़ आदि मौजूद थे।
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