पंजाब
टैक्स के मामले में सख्त GST विभाग, करोड़ों का चूना लगा रही यूनिटों पर की रेड
Shantanu Roy
1 Oct 2022 2:15 PM GMT
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जालंधर। स्टेट जी.एस.टी. विभाग जालंधर-2 की टीम ने डेढ़ माह के बाद बड़ा एक्शन लेते हुए 20-20 करोड़ से अधिक की टर्नओवर वाली 2 इकाइयों पर छापेमारी करते हुए कागजात व रिकार्ड जब्त किए हैं। तलवाड़ परिवार से संबंधित उक्त दोनों इकाइयों पर फिल्मी स्टाइल में एक साथ कार्रवाई को अंजाम दिया गया। तांबे और एल्यूमीनियम की तारें बनाने का काम करने वाली इन इकाइयों में 4 घंटे चली छानबीन के दौरान विभाग ने कई तथ्य जुटाए हैं। इस कारोबार पर 18 प्रतिशत की दर से जी.एस.टी. लागू होता है। टैक्सेशन विभाग के डिप्टी कमिश्नर परमजीत सिंह के दिशा निर्देशों पर जालंधर-2 की असिस्टैंट कमिश्नर शुभी आंगरा ने आधा दर्जन से अधिक स्टेट टैक्स ऑफिसर्ज की 2 टीमों का गठन करके फोकल प्वाइंट में कार्रवाई के लिए दोपहर 1 बजे रवाना किया। पहली टीम फोकल प्वाइंट के डी-88 वाली मैसर्ज वी.के. इंजीनियरिंग टूल्ज कंपनी मे पहुंची, जिसकी टर्नओवर 25 करोड़ से अधिक की बताई जा रही है। इस टीम की अगुवाई एस.टी.ओ. (स्टेट टैक्स ऑफिसर) पवन कुमार, मनवीर बुट्टर, जतिन्द्र वालिया ने किया जबकि इस्पैक्टर कावेरी शर्मा, सिमरनप्रीत सिंह, कश्मीर सिंह सहित सहायक स्टाफ मौजूद रहा।
वहीं दूसरी टीम ने फोकल प्वाइंट के डी-93 वाली आर.के ट्रेडर्ज में दबिश दी, जिसकी टर्नओवर 21 करोड़ से अधिक की बताई गई है। छापेमारी करने वाली टीम की अध्यक्षता एस.टी.ओ. कैप्टन अंजली सेखड़ी, कुलविंदर सिंह, धर्मेन्द्र सिंह द्वारा की गई जबकि इंस्पैक्टर शिव दयाल, योगेश मित्तल, कंचन रानी, बलजीत कौर सहित सहायक स्टाफ साथ रहा। फोकल प्वाइंट की दोनों इकाइयां तलवाड़ परिवार से संबंधित बताई गई है। विभाग की दबिश के दौरान इकाइयों के अंदर करोड़ों रूपए का माल पड़ा मिला। अधिकारियों द्वारा जी.एस.टी. रिटर्न की जांच के दौरान उक्त इकाइयां नजर में आई। इसके बाद विभाग ने इनपर नजर रखनी शुरू कर दी। सूत्रों का कहना है कि विभाग को सूचनाएं मिली कि बिना बिल के माल खरीदा व प्रोडक्ट तैयार होने के बाद बड़ी तादाद में माल को बिना बिल के बेचा जा रहा है। माल की खरीद व बिक्री से विभाग को बड़े स्तर पर टैक्स का चूना लगने के संकेत मिले। इस दौरान विभाग ने अंदर पड़े करोड़ों रुपए के माल का रिकार्ड विभाग ने नोट कर लिया है।
दोनों इकाइयों में मोबाइल/कम्प्यूटर से डाटा निकाला
विभागीय अधिकारियों ने दोनों इकाइयों में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल फोनों को अपने कब्जे में ले लिया। टीमों के साथ गए माहिरों ने मोबाइल फोन से डाटा निकाल कर भी कब्जे में लिया है, जिसकी जांच की जाएगी।
पुख्ता तथ्य जुटाने के बाद करवाई गई जांच: परमजीत सिंह
टैक्सेशन विभाग के डिप्टी कमिश्नर परमजीत सिंह ने कहा कि पुख्ता तथ्य जुटाने के बाद जांच करने की हिदायतें दी गई है। इसी के आधार पर विभाग ने कार्रवाई को अंजाम दिया है। कई इकाइयां बिना बिल के माल बेचकर सरकार को बड़े स्तर पर चूना लगा रही हैं, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग किसी के दबाव में आकर गलत काम करने वालों को नजरअंदाज नहीं करेगा। टैक्स वसूल करना विभाग की जिम्मेदारी है, गलत काम करने वालों की हिमायत व सरकारी काम में किसी की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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