शिअद नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े ड्रग मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का पुनर्गठन किया गया है।
एमएस छिना, आईपीएस, आईजीपी पटियाला रेंज, राहुल एस., निदेशक सतर्कता ब्यूरो के स्थान पर अब एसआईटी का नेतृत्व करेंगे।
एसआईटी के अन्य सदस्य वही रहेंगे। इनमें एआईजी रैंक के अधिकारी रंजीत सिंह ढिल्लों, रघबीर सिंह (डीएसपी, एसटीएफ, रूपनगर) और अमरप्रीत सिंह (डीएसपी, खरड़-2) शामिल हैं।
राहुल एस कथित तौर पर ड्रग्स के मामलों में चालान जमा नहीं करने के लिए आलोचना का सामना कर रहे थे।
मजीठिया पर दिसंबर 2021 में ड्रग्स तस्करों की मदद करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। हालांकि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस की जांच में खास प्रगति नहीं हुई। इससे पहले हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मजीठिया ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि पुलिस के पास उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है और चालान पेश नहीं कर सकती। उन्होंने यह कहते हुए मामले को रद्द करने की मांग की कि सरकार न तो अदालत में चालान पेश कर रही है और न ही मामले को रद्द कर रही है।
इस बीच, सरकार के बयान में कहा गया है कि सतर्कता ब्यूरो का हिस्सा होने के नाते राहुल एस बड़ी संख्या में भ्रष्टाचार के मामलों की निगरानी कर रहे हैं, और, इस तरह, उक्त एसआईटी का पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें एक अधिकारी तैनात है, ताकि वहां इस अहम ड्रग केस की जांच पर फोकस जरूरी है।