डड्डूमाजरा में ही लगेगा सॉलिड वेस्ट प्लांट और कहीं जगह नहीं
चंडीगढ़। सॉलिड वेस्ट प्लांट को लेकर चंडीगढ़ प्रशासक द्वारा आज UT सचिवालय में चंडीगढ़ की सभी राजनीतिक पार्टियों के पार्षदों की बैठक बुलाई। जिस में प्रशासक
बनवारी लाल पुरोहित ने पार्षदों को साफ कर दिया है कि यह प्लांट डड्डूमाजरा में ही लगेगा और कहीं भी इस प्लांट के लिए जगह नहीं है। वहीं जानकारी के मुताबिक पार्षदों को निगम सदन की बैठक में न जगड़ने की नसीहत भी दी गई है।
आप पार्टी पार्षद जसबीर सिंह लाडी ने बताया कि उन्होंने प्रशासक से आग्रह किया कि जिस तरह से 6 जून को हुई निगम सदन की बैठक में उनकी पार्टी के पार्षदों को बैठक ने बाहर कर सॉलिड वेस्ट प्लांट का एजेंडा पास किया गया वह गलत था। ऐसे में दुबारा निगम सदन की बैठक होनी चाहिए और इस एजेंडे पर दुबारा चर्चा हो और सभी पार्षदों की सहमति के बाद बेशक इसे पास कर दिया जाए।
कांग्रेस पार्षद तरुणा मेहता ने बताया कि प्रशासक ने बैठक में कहा है कि प्री बिड से पहले सभी पार्षद अपने टेक्निकल पॉइंट्स नगर निगम में दे सकते हैं जिस पर हाई लेवल मीटिंग में चर्चा की जाएगी, साथ ही Goa में भी ऐसा प्लांट लगा हुआ है। वहां जा कर भी इसे पार्षद देख सकते हैं कि वो कैसे काम कर रहा है। फिलहाल प्लांट लगेगा। वहीं तरुणा मेहता ने बताया कि बैठक के दौरान प्रशासक ने कहा है कि इस पर अब और विरोध न किया जाए क्योंकि एज प्लांट पहले ही डेढ़ साल लेट हो चुका है।
प्रशासक ने की प्रेस कांफ्रेंस
बैठक के बाद प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने प्रेस कांफ्रेंस की जिस में उन्होंने कहा कि 6 जून को निगम सदन बैठक में डंपिंग ग्राउंड मे प्रोसेसिंग प्लांट का एजेंडा आया था तो बहस होनी चाइए थी लेकिन अपशब्द नहीं बोलने चाहिए थे। इस तरह का व्यवहार हाउस मे नही होना चाहिए, रही बात डंपिंग ग्राउंड की तो यह चंडीगढ़ की सबसे बड़ी समस्या है कचरे को प्रोसेस करना जरूरी है, ताकि चंडीगढ़ स्वच्छ रहे। नगर निगम में जब मैं गया था तो सब इस समस्या के समाधान की बात कर रहे हैं। अब विरोध कर रहे हैं।
नागपुर में नेशनल एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट निरी का प्रोजेक्ट है। नागपुर मे निरी की बड़ी उपलब्धियां है। गंगा नदी को साफ करने का काम निरी कर रही है। प्राइवेट कंसलटेंट की जगह निरी को हायर करना चाहिए। साथ ही प्लांट लगाने के लिए सेक्टर 38 के अलावा और कहीं जगह नहीं है।लोगों को तकलीफ होगी, परन्तु जब प्लांट लग जायेगा उससे काफी फर्क पड़ेगा। Goa में लोगों को कोई प्रॉब्लम नही है। मैने सभी पार्षदों को समझाया है कि वहां जा कर देखें और पार्षदों से वायदा किया है सब चंडीगढ़ में प्लांट का काम शुरू हो जाएगा तो मैं खुद हर 3 महीने में वहां जाऊंगा और खुद चेक करूँगा। Pre Bid में टेक्निकल पॉइंट पर चर्चा के लिए पार्षदों को कहा है। इस पूरे मामले पर पारदर्शिता रखी जायेगी। अब इस प्लांट को लगाने मे देरी नही कर सकते। ग्रीन ट्रिब्यूनल का निर्णय है नहीं तो हैवी पेनल्टी लगेगी वो गलत होगा। बाकी इस प्लांट के लग जाने से कचरे के पहाड़ खत्म हो जाएंगे साथ ही बदबू भी नहीं आएगी ये मैं सुनिशित करता हूँ।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।