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फिल्लौर। नाबालिग लड़के के पेट में तस्कर ने नशे का इंजैक्शन लगा दिया जिसकी ओवरडोज के कारण अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।गत रात्रि 8 बजे शहर के मोहल्ला ऊंची घाटी का रहने वाला 18 वर्षीय गुड्डू पुत्र स्व. मप्पा अपने मोहल्ले के रहने वाले नशा तस्कर चिंटू के घर पर चला गया। चिंटू लंबे समय से नशा तस्करी का कारोबार करता आ रहा है और छोटे स्कूली बच्चों को नशे की लत लगाकर उनसे पैसे ऐंठ रहा है।
उसने गुड्डू के पेट में नशे का टीका लगा दिया जिससे गुड्डू की हालत खराब हो गई और वह तड़पने लगा तो चिंटू किसी से फोन पर बात कर खुद ही डाक्टर बनकर 25 मिनट तक उसका इलाज करता रहा। लड़का जब बेहोश हो गया तो उसे अपने घर से बाहर निकालकर खुद घर को ताला लगाकर फरार हो गया। परिवार वाले गुड्डू को लुधियाना के दयानंद अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत की खबर सुनकर मोहल्ला निवासी भड़क गए। प्रात: पुलिस ने चिंटू के घर का ताला तोड़कर अंदर तलाशी ली तो उन्हें बड़ी मात्रा में नशे के टीके, नशीला पाऊडर पीने वाली पन्नियां और अन्य सामान मिला।
मोहल्ले के पार्षद राकेश कालिया, अम्बेडकर शक्ति दल के प्रधान गोल्डी नाहर और सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान मनी और मोहल्ला निवासियों ने बताया कि प्रात: 8 बजे ही चिंटू के घर पर स्कूली बच्चे पहुंच जाते थे जहां वह उनसे रुपए लेकर उन्हें नशे के टीके लगा देता। जो भी इसका विरोध करता चिंटू अपने नशेड़ी साथियों के साथ उस पर हमला बोल देता। नशा तस्कर चिंटू का पिता हरिद्वार से नशे के टीके, कैप्सूल व गोलियां खरीदकर चिंटू को देता था और वह आगे बच्चों को उनका आदी बनाकर उन्हें बेचता था। नशा तस्करी के धंधे में हरिद्वार पुलिस ने उसके पिता रूप लाल को पकड़ लिया जो 8 महीने से वहीं जेल में बंद है। चिंटू की माता ने भी कुछ महीने पहले फिरोजपुर में एक लड़की को बेच दिया वहां उसके विरुद्ध केस दर्ज है जो उसमें फरार चल रही है।
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