मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों से ग़ैर शैक्षणिक काम न लेने की सोच को राज्य में लागू करने के मंतव्य के साथ पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने पंजाब के मुख्य सचिव को एक पत्र लिख कर निर्देश दिए कि राज्य सरकारी स्कूलों में काम करते विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान को रोकने के लिए शिक्षकों से ग़ैर शैक्षणिक काम न लिया जाये।
मुख्य सचिव को लिखे पत्र में स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूल विद्यार्थियों को गुणवत्ता और मानक शिक्षा देने के लिए वचनबद्ध हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि अध्यापक स्कूलों में उपलब्ध रहें और उनसे बच्चों को पढ़ाने के इलावा अन्य कोई फ़ाल्तू काम न लिया जाये।
उन्होंने मुख्य सचिव को कहा कि अपनी अध्यक्षता अधीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंजाब, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा, और प्रमुख सचिव शासन सुधार (जी.आर) की एक कमेटी गठित करके शिक्षकों से बच्चों को पढ़ाने के इलावा अन्य कोई फ़ाल्तू काम न लेने सम्बन्धी विचार-विमर्श करके नीति तैयार करे अपनी रिपोर्ट तीन महीने में पेश करें।
स. बैंस ने कहा कि शिक्षकों से यदि ग़ैर शैक्षणिक काम लेना बंद कर दिया जाये तो पंजाब के लिए यह एक ऐतिहासिक फ़ैसला होगा जिससे राज्य की स्कूली शिक्षा का बहुत लाभ होगा।