
x
बड़ी खबर
जालंधर। जालंधर में होने वाला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का प्रोग्राम चर्चा का विषय बन गया है। पंजाब सरकार द्वारा 29 अगस्त को 'खेडां वतन पंजाब दीयां' की शुरूआत होने जा रही है। इसका शुभारंभ जालंधर के स्थानीय श्री गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा किया जाएगा। इस खेल के संबंध में स्टेडियम में होने जा रहे समारोह में खिलाड़ियों/दर्शकों की भारी संख्या में मौजूदगी के मद्देनजर और ट्रैफिक व्यवस्था को सूचारू रूप से चलाने के लिए कमिश्नर पुलिस द्वारा रूट डायवर्ट किए गए हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि रूट डायवर्ट करने के कारण जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि जालंधर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा लोगों की सुविधाओं के लिए कोई उपाय नहीं किए गए। इसके अलावा शहर में आज बी.एम.सी. चौक पर सिख फॉर जस्टिस के समर्थकों द्वारा खालिस्तानी नारे लिखे गए और साथ ही वहां लगे सी.एम. मान के बोर्ड पर भी कुछ शरारती तत्वों ने कालिख तक पोत दी। इससे साबित होता है कि जालंधर पुलिस लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने में किस हद तक नाकाम है। वहीं कहीं न कहीं सी.एम. मान की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े हो चुके हैं।
दूसरी ओर माहिरों का कहना है कि अगर सी.एम. भगवंत मान का प्रोग्राम गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम की जगह पी.ए.पी. में किया जाता तो इसके कई फायदे होते। पहला यह कि सी.एम. मान की सिक्योरिटी को और टाइट किया जा सकता था और उनकी सुरक्षा का और अच्छे से प्रबंध किया जा सकता था। इसका दूसरा फायदा शहर की जनता को होता क्योंकि उन्हें अपने डेली रूटों को बदल कर दूसरे रास्तों को अपनाना नहीं पड़ता। इस तरह से पुलिस को भी कम समय में अच्छा प्रबंध करने और लोगों के बिना परेशान हुए प्रोग्राम को आसानी से पूरा किया जा सकता था।
मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने न सिर्फ शहर की जनता को परेशानियों में डाला बल्कि सी.एम. मान की भी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। हर जगह से पुलिस को सिर्फ नाकामी ही हासिल हो रही है। इतने बड़े लैवल हो रहे प्रोग्राम के लिए पुलिस को और अच्छे से तैयारी करनी चाहिए थी लेकिन अब उनकी गलतियों के कारण शहर का माहौल और ट्रैफिक व्यवस्था खराब हो रही है। सबसे बड़ी दिक्कत स्कूल आने-जाने वाले बच्चों के लिए होगी। स्कूल बसों को ट्रैफिक में फंसना पड़ सकता है। ऊपर से गर्मी के कारण बच्चों के सेहत पर असर पड़ सकता है। अगर कोई ऐसी घटना होती है तो जालंधर कमिश्नरेट पुलिस प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।
Next Story