पंजाब
संत बलबीर सिंह सीचेवाल सूबे की ग्रामीण समस्याओं से सदन को कराया अवगत , तोवेंकैया नायडू किया अभिनंदन
Ritisha Jaiswal
3 Aug 2022 12:53 PM GMT
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राज्यसभा (Rajyasabha) के शून्यकाल में अपने पहले संदर्भ के दौरान जब पंजाब से राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल सूबे की ग्रामीण समस्याओं से सदन को अवगत कराया तो राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu) उनका अभिनंदन किया
राज्यसभा (Rajyasabha) के शून्यकाल में अपने पहले संदर्भ के दौरान जब पंजाब से राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल सूबे की ग्रामीण समस्याओं से सदन को अवगत कराया तो राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu) उनका अभिनंदन किया और पंजाबी भाषा में कहा कि 'तुसी चंगा बोलेया' मतलब आपने अच्छा बोला.
बीमारियों और प्रदूषण की चपेट में लोग
सीचेवाल ने मालवा जिला के मुक्तसर और फाजिल्का जिलों में लगातार जलजमाव की समस्या को सदन में उठाया. उन्होंने बताया कि कैसे 22 नाले फाजिल्का में मिलते हैं लेकिन पानी पड़ोसी देश की पाकिस्तान की तरफ बह नहीं सकता, इसलिए पूरा फाजिल्का क्षेत्र भारी जलमग्न रहता है, जिसके कारण प्रदूषण की समस्या से लोगों की स्थिति बहुत खराब है. लगातार जलजमाव के कारण यह क्षेत्र गंभीर बीमारियों और प्रदूषण की चपेट में है. उन्होंने कहा कि आपको जानकर हैरानी होगी कि गांव दर गांव विकलांग बच्चे पैदा हो रहे हैं. उन्होंने सरकार से हस्तक्षेप करने और पाकिस्तान से बात करने का आग्रह किया है, ताकि जलजमाव वाले इन क्षेत्रों को साफ किया जा सके और पानी पाकिस्तान की ओर पानी बह सके.
41,000 एकड़ कृषि भूमि नष्ट
सीचेवाल ने राज्यसभा को यह भी बताया कि फाजिल्का और मुक्तसर जिलों में जलजमाव के कारण बड़े पैमाने पर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है.उन्होंने कहा कि कपास और धान को गंभीर रूप से लगातार नुकसान पहुंच रहा है. परिवारों के पास कोई विकल्प नहीं है. गड्डा नामक एक गांव में पंचायत सदस्य और किसान सरदार निरंजन सिंह की आत्महत्या से मौत हो गई है. राजस्व विभाग के अनुसार मुक्तसर में एक लाख और फाजिल्का में 41,000 एकड़ कृषि भूमि को नष्ट कर दिया गया है. स्थिति इतनी खराब है कि लोग कर्ज में डूबे हुए हैं और उनके पास चार साल से कोई फसल नहीं है. सांसद ने केंद्र सरकार उन किसानों के लिए राहत की मांग की, जिनकी फसल खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि उपरोक्त दो जिलों में जलभराव की समस्या से निजात मिल सके और किसानों को आत्महत्या करने से रोका जा सके
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