पंजाब
नशों व माइनिंग माफिया के सौदागरों के कारण पंजाब की सरहद खतरे में
Shantanu Roy
13 Sep 2022 1:15 PM GMT

x
बड़ी खबर
टांडा उड़मुड़। पंजाब की मान सरकार को सत्ता में आए हुए करीब 6 महीने हो चुके हैं पर इस सरकार ने आज तक न तो पंजाब के विकास की तरफ ध्यान दिया है और न ही बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए कोई ठोस रणनीति निश्चित की है। इसके कारण नौजवानों का भविष्य अंधेरे की गहराइयों में डूबता जा रहा है। सरकारी मुलाजिम, किसान वर्ग तथा गैर सरकारी मुलाज़िम अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए सरकार को अपीलें तो कर रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा मांगें परवान न करने पर उनको धरनों तथा रोष मुजाहरों का सहारा लेना पड़ रहा है जिसके स्वरूप आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उपरोक्त शब्दों का प्रकटावा बहुजन समाज पार्टी के राज्य प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया।
आज बसपा हलका इंचार्ज लखविन्द्र सिंह लक्खी के दफ्तर टांडा में वह विशेष तौर पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अब तो पंजाब के गवर्नर भी इस बात से सहमत हो गए हैं कि नशों के सौदागरों की कारगुजारियों में पहले से ज्यादा बढ़ौतरी हुई है। माइनिंग माफिया का जाल इतना ज्यादा फैल गया है कि उनके द्वारा की जा रही नाजायज ढंग से माइनिंग के कारण पंजाब के साथ पड़ती सरहदों को भी खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि मान सरकार ने सत्ता में आने से पहले लोगों के साथ वादा किया था कि पंजाब में रिश्वतखोरी को खत्म कर दिया जाएगा और करप्शन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जबकि अब तो आप के बड़े नेताओं पर भी रिश्वतखोरी के आरोप लगने शुरू हो गए हैं, लेकिन मान सरकार उनके खिलाफ कोई भी उचित कार्रवाई नहीं कर रही।
लखविंदर सिंह लक्खी ने कहा कि मान सरकार के 6 महीने की कारगुजारियों को देखते हुए पंजाब की जनता का मोह अब 'आप' पार्टी से भंग होता जा रहा है। लोगों की जुबान पर अब यह लफ्ज आने शुरू हो गए हैं कि 'आप' तथा कांग्रेस पार्टी से शिरोमणि अकाली दल की सरकार अच्छी थी। अकाली दल के कार्यकाल में गांवों की लिंक सड़कें नई बनाई गई थी और उन्हें नेशनल हाइवे के साथ जोड़ दिया गया था। इसके चलते गांवों के लोगों को काफी राहत मिली थी। उन्होंने कहा कि जब से मान सरकार सत्ता में आई है पंजाब के लोगों को अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए धरनों और रोष प्रदर्शनों का सहारा लेना पड़ रहा है। इसे रोकने के लिए सरकार कोई भी ठोस प्रयत्न नहीं कर रही। इस मौके पर रमेश पटवारी, जगतार तारा, मीना कुमारी, जगदीश दशमेश नगर, डॉ. बलविंदर मरवाहा, कुलदीप सिंह व अन्य उपस्थित थे।
Next Story