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चंडीगढ़, (आईएएनएस)| पंजाब सरकार नवीनतम तकनीकी जानकारी और मशीनरी से लैस चार जिलों फिरोजपुर, गुरदासपुर, फरीदकोट और लुधियाना में औद्यानिकी बागान स्थापित करेगी, यह जानकारी मंत्री फौजा सिंह सारारी ने सोमवार को दी। यहां एक बैठक में जिलों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों को वर्तमान गेहूं-धान फसल चक्र से बाहर आने के लिए प्रेरित कर बागवानी फसलों के तहत अधिकतम क्षेत्र लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने पंजाब में दिन-ब-दिन नीचे जा रहे भूजल को बचाने के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि राज्य में उगाई जाने वाली गेहूं और धान की फसलों के उत्पादन के लिए क्रमश: 40 लाख 64 लाख लीटर प्रति एकड़ पानी की खपत होती है, जबकि बागवानी फसलों के उत्पादन के लिए केवल 17 लाख लीटर प्रति एकड़ पानी की आवश्यकता होती है।
इस तरह प्रति एकड़ 86 लाख लीटर पानी की बचत की जा सकती है। उद्यानिकी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जल बचाने के लिए क्षेत्र को उद्यानिकी फसलों के अन्तर्गत लाने वाले भू-स्वामियों को वित्तीय सहायता तैयार कर संस्तुति प्रेषित की जाए।
सारारी ने कहा कि पंजाब के 57 ब्लॉकों में पानी के पुनर्भरण की तुलना में 200 प्रतिशत तक पानी निकाला जा रहा है और फसल उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है और पंजाब में पानी बचाने के लिए उचित प्रयासों की जरूरत है।
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