
पंजाब | पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की सुरक्षा में की गई कटौती को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। राज्य सरकार के फैसले के बाद, विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया, वहीं, राज्य सरकार के मंत्री ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि "ड्रग माफिया को प्रधानमंत्री स्तर की सुरक्षा क्यों चाहिए?"
पंजाब सरकार ने मजीठिया की सुरक्षा घटाकर Y कैटेगरी कर दी है।
पहले उन्हें Z+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी।
सुरक्षा में कटौती के बाद अकाली दल और समर्थकों ने इसका विरोध किया।
मंत्री का बयान और विवाद
पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा, "अगर मजीठिया पर ड्रग तस्करी के आरोप हैं, तो उन्हें इतनी कड़ी सुरक्षा की जरूरत क्यों?"
2021 में मजीठिया पर NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन पर ड्रग माफियाओं से संबंध होने के आरोप लगाए थे।
अकाली दल का पलटवार
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि "मजीठिया को खतरा है, इसलिए उनकी सुरक्षा घटाना दुर्भाग्यपूर्ण है।"
अब क्या होगा?
सुरक्षा घटाने के फैसले पर SAD सुप्रीम कोर्ट तक जाने की तैयारी कर रहा है। वहीं, इस मुद्दे पर पंजाब की राजनीति में घमासान मचा हुआ है।
